वीडियो.फोटो – अल्पसंख्यक थानेदार की सख्ती पर सियासी आग लगाने तुले जनसंघी..

बिलासपुर. प्रदेश की सत्ता से बाहर हुए जनसंघी शहर में छोटे-छोटे मामलों में साम्प्रदायिकता का रंग ढूढ़ जहर फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ताजा मामला दुर्गा विसर्जन में तेज आवाज में डीजे बजाने और थाने में पत्थर बाजी करने वालों पर सख्ती बरतने वाले अल्पसंख्यक नगर कोतवाल से जुड़ गया है। इस मामले को बेवजह तूल देकर कोतवाल को घेरने सियासी कोशिश की जा रही है हालांकि हिंदू संगठनों की ऐसी नाकाम कोशिशें प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से परवान नही चढ़ पा रही है।

पहले तेज आवाज में डीजे की धुन तय समय की दुहाई देकर पुलिस ने डीजे बंद कर देवी जी की प्रतिमा का विसर्जन करने कहा तो उल्टा पुलिस का विरोध कर थाने में जमकर पत्थरबाजी और थाना परिसर में तोड़फोड़ के साथ एक महिला पुलिसकर्मी जख्मी जिसका नतीजा पुलिस की सख्ती.. मंगलवार की रात शहर के कुछ प्रतिष्ठित दुर्गा उत्सव समितियों द्वारा माता की मूर्ति विसर्जन के दौरान कोतवाली पुलिस की सख्ती जमकर चर्चा में है। सोशल मीडिया के हर पायदान पर कोतवाली टीआई कलीम खान को लेकर विरोधाभासी बयान दिया जा रहा है। कोरोना काल के दौरान रात दस बजे के बाद जिला प्रशासन की गाइडलाइंन कि खुलेआम धज्जियां उड़ा तेज आवाज में डीजे की धुन पर नशे की हालत में देवी जी की प्रतिमा का विसर्जन करने जा रहे युवकों को पुलिस की रोका टोकी नही सुहाई।

जब पुलिस ने डीजे बंद करने कहा तो मामला उलझ गया और युवकों ने अपने विरोध स्वरूप थाने में पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इधर टीआई खान और कोतवाली थाना स्टाफ ने पत्थर बाजो को रोकने का प्रयास किया तो मामला और गर्म हो गया। युवक नही माने तब जाकर पुलिस को हल्का बल प्रयोग कर युवकों को खदेड़ना पड़ा। इस घटना की सच्चाई जाने बगैर शहर के जनसंघी बेवजह मामले को तूल देने में लग गए है। तीन दिन बीत जाने के बाद भी प्रदेश की सत्ता से बाहर हुए जनसंघी सरकार में फिट न होने का सारा ठीकरा अल्पसंख्यक टीआई कलीम खान और कोतवाली पुलिस पर थोप रहे है ताकि शहर की फिजा में साम्प्रदायिकता का जहर घोला जा सके। इस घटना में पुलिस ने पांच युवकों समेत एक नाबालिग को गिरफ्तार किया तो वही अब भी कुछ चेहरे पुलिस की नजर से गायब हैं जिन्होंने इस घटना में अपना मुख्य किरदार निभाया है। हालांकि पुलिस थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज और मोबाईल क्लिप के हिसाब से साम्प्रदायिकता का जहर घोलने वालों की तलाश कर रही है।

वो तो भला है कि प्रदेश में बघेल सरकार का कांग्रेसी राज होने के कारण हिंदू संगठनों की नाकाम कोशिशें को परवान नही चढ़ पा रहा है। मगर शहर के हर छोटे-छोटे मामलों में अपनी बेवजह की दखलंदाजी देकर साम्प्रदायिकता का रंग देने वाले इस मुद्दे को हवा देने भरसक प्रयास में जुटे हुए है। एक तरफ टीआई खान को साम्प्रदायिकता का खलनायक बनाने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जा रहा है तो वही दूसरी तरफ उनकी कार्यशैली को करीब से जानने वाले अपने-अपने ढंग से साम्प्रदायिकता के नाम पर आग में घी डालने वालों से भीड़ गए है।

दुर्गा समितियों ने पुलिस की कार्रवाई का समर्थन किया..

इधर इस घटना के बाद कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को कोतवाली चौक से लेकर हटरी चौक तक मिली दुर्गा समितियों को कुछ बिंदुओं पर नोटिस जारी कर उनका जवाब मांगा है। शहर की प्रतिष्ठित दुर्गा उत्सव समितियों में तेलीपारा, गोंडपारा, दरबार लॉज समेत अन्य दुर्गा उत्सव समितियों ने अपना स्पस्टीकरण देकर कोतवाली पुलिस की सख्ती को सही ठहराया है। इधर सर्व समाज द्वारा कोतवाली सीएसपी निमेश बरैया को ज्ञापन सौपा गया। जिसमें बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संदीप पात्रा के द्वारा एक चैनल के डिबेट प्रोग्राम में बयान बाजी कर इस मुद्दे में धार्मिक उन्मांद फैलाने का आरोप लगा एफआईआर दर्ज करने की मांग कर बीजेपी नेता का पुतला जलाया गया है।

हो सकता है कुछ लोगो को न पचे ये खबर..

साम्प्रदायिकता के नाम पर शहर की फिजा में जहर घोलने का काम करने वाले कुछ संगठनों को हो सकता है ये खबर न पचे जिस तरह बेवजह इस मुद्दे में टीआई खान का नाम उछाल कर सत्ता से बाहर जनसंघियों द्वारा दुर्गा विसर्जन के दौरान नगर कोतवाल की भूमिका को खलनायक के तौर पर पेश किया जा रहा है तो वही दूसरी तरफ उनकी सर्व समाज के प्रति धार्मिकता से उक्त संगठनों ने दूरी बना ली है। कलीम खान का एक धड़ा विरोध कर रहा है तो दूसरी ओर उनकी छवि को लेकर दूसरा धड़ा भी विरोधियों के सामने है।

सोशल मीडिया पर मंगलवार रात के उस वीडियो को जोर शोर से चलाया जा रहा जिसमें नशे की हालत में थाने में जमे पत्थर बाजो को पुलिस खदेड़ रही है। लेकिन इस सारे घटनाक्रम में कुछ ऐसे भी वीडियो सामने आए है जिनमें टीआई और उनके स्टाफ द्वारा शांति से देवी जी की प्रतिमा विसर्जन करने जा रहे दुर्गा समितियों को बिना डंडा दिखाए बाकायदा निकाला जा रहा है।

पुलिस का काम लॉ एंड ऑर्डर को संभालना..सीएसपी

‘OMG NEWS’ से चर्चा के दौरान कोतवाली सीएसपी निमेश बरैया ने कहा कि पुलिस का काम लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति की स्थिति को संभालने का है। दुर्गा समितियों को नोटिस जारी किया गया है जिनका जवाब आ रहा है अभी वीडियो फुटेज निकाल कर उस रात इस मामले को भड़काने और थाने में पत्थर बाजी करने वालो की पहचान कर उनकी तलाश तलाश की जा रही है।

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