• क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी के नाम कमीशनखोरी का आरोप लगा एक पत्र वायरल करने के आखिर क्या है मायने.
• निजी सहायक वैभव दुबे का नाम क्यों खींचा गया?
• अब एक बार फिर छत्तीसगढ़ सोलर बिजनेस वेलफेयर एसोसिएशन की सफाई.
रायपुर. मंगलवार को राज्य के क्रेडा अध्यक्ष और बीजेपी के सरल, शांत सीनियर नेता भूपेंद्र सवन्नी के खिलाफ काम के बदले कमीशन लेने की लगी आग का ड्रामा दिनभर चलता रहा। इस मामले की भभक उठते ही प्रदेश मे आए सियासी भूचाल के बाद खुद श्री सवन्नी सामने आए और अपनी बात रखी वहीं उनकी साफ और स्वच्छ छवि को लेकर बीजेपी के नेताओं समेत छत्तीसगढ़ सोलर बिजनेस वेलफेयर एसोसिएशन ने अपना पक्ष रखा और मुख्यमंत्री को पत्र लिख कमीशनखोरी जैसी बातों का खंडन किया।
श्री सवन्नी ने साफ साफ कहा: कांग्रेस के लोग एक संगठित गिरोह बनाकर कार्य कर रहे थे. सुनिए
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कांग्रेस की आदत है झूठ बोलो, जोर से बोलो, बार-बार बोलो: श्रीमती साहू.
भारतीय जनता पार्टी की पूर्व विधायक एवं प्रदेश प्रवक्ता रंजना साहू ने क्रेडा विभाग और उनके अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप पर कहा कि कांग्रेस की आदत है झूठ बोलो, जोर से बोलो, बार-बार बोलो, भ्रष्टाचार में पैर के नाखून से लेकर सर के बाल तक डूबी कांग्रेस के पास अब केवल फर्जी शिकायतों का ही सहारा बचा है लेकिन इसमें भी वह हर बार मुंह की खाती है और क्रेडा की रजिस्टर्ड ठेकेदारों की संस्था ने शिकायत को फर्जी बताकर कांग्रेस की पोल खोल दी है।
श्रीमती साहू ने कहा कि कांग्रेस बार-बार ऐसी शिकायतें करवाती है, जिसमें ना तो शिकायत करने वाले का नाम स्पष्ट होता है ना उसका फोन नंबर लिखा होता है ना ही उसका पता होता है। ऐसी शिकायतें करवाकर उनके फोटो खींचकर वह सोशल मीडिया पर प्रचारित करते हैं एवं भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं और बाद में ऐसी सभी शिकायतों की जांच के बाद वह फर्जी पाई जाती हैं।स्पष्ट है कि फर्जी कांग्रेस को अब फर्जी शिकायत करने के अलावा कुछ सूझ नहीं रहा है। क्योंकि हर दिन कांग्रेस का नया भ्रष्टाचार सामने आता है।
एक नजर मंगलवार को हुए ड्रामेबाजी पर.
आरोप: क्रेडा चेयरमैन मांगे 3% कमीशन,सीएम सचिवालय ने मांगी रिपोर्ट..
छत्तीसगढ़ अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (क्रेडा) के चेयरमैन भूपेंद्र सवन्नी पर कुछ वेंडरों ने 3 फीसदी कमीशन मांगने और धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया था। वेंडरों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से शिकायत की है कि चेयरमैन अपने निजी सहायक के जरिए यह दबाव बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री सचिवालय ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ऊर्जा सचिव से इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। हालांकि, क्रेडा चेयरमैन भूपेंद्र सवन्नी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इन्हें आधारहीन और फर्जी बताया है।
वेंडरों ने सीएम से की शिकायत.
क्रेडा के वेंडर सुरेश कुमार और अन्य ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को लिखित शिकायत में बताया है कि वे लंबे समय से क्रेडा के साथ काम कर रहे हैं और टेंडर प्रक्रिया के तहत उन्हें सोलर सिस्टम लगाने जैसे कई कार्य आवंटित होते रहे हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा, एक तरफ जहां छत्तीसगढ़ में विष्णु के सुशासन में बेहतर कार्य हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ क्रेडा के नवनियुक्त अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी विगत कुछ दिनों से इकाइयों को परेशान कर रहे हैं।
वेंडरों का आरोप है कि चेयरमैन पदभार ग्रहण करने से पहले आवंटित और पूर्ण हो चुके कार्यों का 3 फीसदी कमीशन अपने निजी सहायक वैभव दुबे के माध्यम से मांग रहे हैं। कमीशन न देने पर उन्हें किसी भी कारण से नोटिस दिलवाने, कार्यों की जांच करवाने और ब्लैकलिस्ट करने की धमकी दी जा रही है, जिससे वे सभी बहुत परेशान हैं।
आरोप: पूर्व कार्यकाल भी रहा है विवादों में..
सुरेश कुमार ने यह भी बताया कि भूपेंद्र सवन्नी का हाउसिंग बोर्ड में पूर्व कार्यकाल भी विवादों से घिरा रहा है। उन पर हाउसिंग बोर्ड की भविष्य निधि और पेंशन के 132 करोड़ रुपये की हेराफेरी करने के साथ ही शासकीय धन से खरीदी गई छोटी छोटी वस्तुओं को गायब करने का भी आरोप लगा था। इसकी लिखित शिकायत भी हुई थी, लेकिन वह शिकायतों में ही दबकर रह गई। इस शिकायत पत्र पर एक दर्जन वेंडरों के हस्ताक्षर हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय के अवर सचिव अरविंद कुमार खोब्रागड़े ने इस शिकायत के संबंध में ऊर्जा सचिव से रिपोर्ट तलब की है।



