आग लगे बस्ती में रेलवे के अफसर अपनी मस्ती में, विधायक पांडे की नाराजगी और गुमटियों के आंकड़ों से रेलवे, जिला व पुलिस प्रशासन बेखबर तो आखिर किसके पास जानने के लिए पढ़े पूरी खबर.

बड़ी बात.

ट्रेनें छोड़िए अब इलाके भी नहीं समझ रहे लापरवाह रेलवे प्रशासन से.

बिलासपुर. रेलवे से ट्रेनें नहीं संभल पा रही अब हालत यह है कि इलाके की सुरक्षा भी रेलवे प्रशासन नहीं कर पा रहा है। आलम यह है कि रेलवे, जिला व पुलिस प्रशासन घटना के घंटों बाद भी बेखबर है। किसी के अफसरों को यह नही पता को आखिर कितने गुमटियां आग की जद में आई है।

इधर रेलवे परिक्षेत्र के बुधवारी बाजार में सब्जी मंडी की गुमटीओ में हुई आगजनी की घटना के बाद नगर विधायक शैलेश पांडे ने चिल्हर सब्जी विक्रेताओं के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। नगर विधायक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ितों को मुआवजा दिलाने राज्य शासन और कलेक्टर को पत्र लिखा है। वही दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों की वसूली पर सवालिया निशान उठाते हुए विधायक ने जमकर नाराजगी जाहिर की है।

विधायक पांडेय ने पत्र में लिखा.

नगर विधायक शैलेश पांडे ने बुधवारी बाजार की सब्जी मंडी में आगजनी की घटना से पीड़ित व्यापारियों को मुआवजा राशि दिलाने कलेक्टर को पत्र लिखा है, उन्होंने पत्र के माध्यम से कलेक्टर को अवगत कराया कि सैकड़ों दुकान में आगजनी की घटना से व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हुआ है और बुधवारी बाजार शहर का ऐतिहासिक व्यापारिक क्षेत्र भी है जहां कई दशकों से व्यापार संचालित किया जा रहा है ऐसी आपात स्थिति में व्यापारिक हित को ध्यान में रखते हुए प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए। नगर विधायक ने इस मसले को लेकर राज्य शासन को भी एक पत्र प्रेषित किया है।

प्रतिनिधिमंडल ने सौंपा कलेक्टर को पत्र.

आगजनी की घटना से पीड़ित व्यापारियों को मुआवजा राशि दिलाने के लिए विधायक पांडे के प्रतिनिधि मंडल ने बुधवार की दोपहर कलेक्टर सौरभ कुमार से मुलाकात की, एल्डरमेन अखिलेश गुप्ता के साथ गए प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर को बताया कि रेलवे प्रशासन सुविधा के नाम पर गरीब सब्जी व्यापारियों से महीने का 1500 सौ रुपए की वसूली करता है। लेकिन यहां सुविधा नाम की चिड़िया तक नहीं चहकती है।

यह पहली बार नहीं बल्कि तीसरी बार आगजनी की घटना हुई है। जिसका मुख्य कारण टिन का शेड नहीं होना है। व्यापारी रेलवे क्षेत्र के कोई भी व्यापारी चाहे सब्जी व्यापारी ही क्यों ना हो बिना रेलवे प्रशासन से बिना अनुमति लिए रेलवे परिक्षेत्र में एक ईट भी नहीं जोड़ सकता। सब्जी व्यापारी टाट पट्टी,बोरा ,बांस बल्ली लगाकर अपना व्यापार कर रहे हैं जिसके चलते आग और भड़क गई। विधायक पांडे के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर से मांग की कि पीड़ित व्यापारियों को दस- दस हजार रुपए का मुआवजा दिया जाए।

कलेक्टर ने कहा.

विधायक प्रतिनिधि मंडल की माने तो कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि सारे घटनाक्रम की जानकारी लेने एसडीएम को निर्देशित किया हूं,वही रेलवे प्रशासन की वसूली के बाद भी पीड़ित व्यापारियों को कोई मदद और सुविधा नहीं देने के सवाल पर कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि इस बारे में डीआरएम से चर्चा की जाएगी।

रेलवे की वसूलीबाज भूमिका से विधायक नाराज.

सुविधा के नाम पर रेलवे द्वारा रेलवे प्रशासन द्वारा बुधवारी बाजार के व्यापारियों से रोजाना वसूली और इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी मदद किसी तरह की कोई मदद नहीं देने के सवाल पर विधायक पांडे ने जमकर नाराजगी व्यक्त करते हुए ‘OMG NEWS’ से फोन पर चर्चा में कहा कि रेलवे का यह रवैया बिल्कुल गैर जिम्मेदाराना है। जब सुविधा के नाम पर शुल्क ले रहे हो तो व्यवस्था भी देनी चाहिए।

अब तक 84 दुकानों का आंकड़ा आया सामने.

आगजनी की घटना के बाद रेलवे, जिला व पुलिस प्रशासन के पास जल चुकी गुमटियों के सही आंकड़े दोपहर तक नहीं आए है और पूरी तरह तीनों डिपार्टमेंट के अफसर बेखबर है। पुलिस की मानें तो करीब 15 गुमटियां आग की चपेट में आई है भी जिला प्रशासन के बड़े साहब को भी कुछ नहीं मालूम है उन्होंने सारा जिम्मा उन्होंने सारा जिम्मा एसडीएम के हवाले छोड़ दिया है। आसपास के व्यापारियों के साथ मिलकर वार्ड क्रमांक 46 चुचुहियापारा के कांग्रेस पार्षद अब्दुल इब्राहिम खान ने घटना स्थल का मौका मुआयना किया उन्होंने जो ‘OMG NEWS’ लिस्ट बताई उसके अनुसार 84 गुमटियां जलकर खाक हुई है, पार्षद ने आरोप लगाया है कि रेलवे प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं दी जा रही है।

सीनियर डीसीएम को आंकड़े बता पाना तो दूर बात करने तक की फुर्सत नहीं.

बुधवारी बाजार के सब्जी मार्केट में हुई आगजनी की घटना को लेकर ‘OMG NEWS’ ने रेलवे के सीनियर डीसीएम विकास कश्यप को फोन किया पहले तो जब उनसे कितनी दुकानें आग में जल चुकी है का सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझे कुछ भी नहीं मालूम, थोड़ी देर बाद 40 से 50 दुकानों के जलने की बात कही और बाद में बात करता हूं बोल के कन्नी काट ली, सीनियर डीसीएम काफी हड़बड़ी में लग रहे थे।

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