शहर के बीच प्लास्टिक गोडाउन में लगी भीषण आग, आतिशबाजी में हुई चूक से हुआ हादसा, धन्य हो लोगो का जिनकी मदद से आगजनी हुई काबू,देखिए सारा नजारा.

बिलासपुर. अभी कुछ देर पहले शहर के तेलीपारा मेन रोड से भीतर गली में स्थित एक होलसेल व चिल्हर प्लास्टिक का सामान बेचने वाले व्यापारी के गोदाम में भीषण आग लग गई। इस आगजनी की घटना में राहत की बात यह है कि कोई जनहानि तो नहीं मगर गोदाम में रखा लगभग सारा प्लास्टिक का सामान जलकर खाक हो गया। इधर पड़ोसियों की मदद से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आने से पहले ही आग पर करीब करीब काबू पा लिया गया था। OMG NEWS’ के द्वारा खबर अपडेट करने तक घटना में नुकसान का आकलन नहीं किया गया था।

मिली जानकारी के अनुसार तेलीपारा होटल के सामने वाली पुरानी सोनी गली निवासी सतीश तिवारी की ज्वाली नाला से ठीक पहले चिल्हर व होलसेल की प्लास्टिक सामानों की दुकान है घर के निकट ही उन्होंने अपना गोदाम बना रखा जहां से सामानों का आदान-प्रदान करते रहे है। बताया जा रहा है कि तिवारी परिवार में बेटी का जन्म हुआ है,दो दिन बाद सोमवार को उसे हॉस्पिटल से घर लाया जा रहा था। जिसके वेलकम के लिए परिवारजनों ने की आतिशबाजी की.

जिसमें से फटाके की कोई चिंगारी गोदाम के भीतर छिटक कर प्रवेश कर गई और गोदाम में देखते ही देखते प्लास्टिक के सामानों में भयंकर आग लग गई।

सकरी गली में स्थित सतीश तिवारी के गोदाम से धुआं उठता देख परिवार के लोगों ने सारा काम छोड़ गोदाम खोलकर आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे लेकिन इससे पहले प्लास्टिक के सामानों को आग ने अपनी लपटों में ले लिया था।

शाबास: पड़ोसियों – व्यापारियों.

तिवारी परिवार के प्लास्टिक गोदाम में आगजनी की घटना की खबर जैसे ही आसपास के पड़ोसियों और मेम रोड के व्यापारीयो समेत टिक्कू तिवारी के दोस्तो को लगी बिना देरी किए सब ने अपनी-अपनी तरह से मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया, किसी ने पानी दिया तो कोई पाइप लेकर पानी की बौछार से आग पर काबू पाने का प्रयास करता रहा। वहीं अन्य लोग तिवारी परिवार के साथ मिलकर आग बुझाते रहें। कांग्रेस पार्टी के युवा नेता वैभव शुक्ला, बीजेपी नेता दुर्गेश पांडे उनका भाई सोनू पांडे,अनिल फर्नीचर के संचालक अंकुश अग्रवाल, सुनील प्लास्टिक के संचालक अन्य लोग भी आग पर काबू पाने गोदाम के भीतर बाहर देर तक डटे रहे।

यही वजह रही कि दमकल की गाड़ियां आने से पहले ही करीब करीब पड़ोसियों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया था।

सरजू बगीचा रोड़ बना सहयोगी.

इस आगजनी की घटना में तेलीपारा से सरजू बगीचा को जोड़ने वाली रोड का काफी सहयोग मिला। होटल अजीत के ठीक सामने और अनिल फर्नीचर के बाजू स्थित पुरानी सोनी गली काफी सकरी है। इस गली में दो पहिया वाहन के को छोड़ कोई भी अन्य वाहन का प्रवेश करना मुनासिब नहीं है। इस वजह से दमकल की गाड़ियों का आगजनी स्थल तक पहुंच पाना नामुमकिन था। आनन फानन में गली के युवकों ने दमकल की गाड़ियों को सरजू बगीचा से अंदर लाया और गोदाम के ठीक पीछे गाड़ी लगवा के पानी की बौछार गोदाम पर करते रहे।

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