ITBP टीम पर हमला और बुकिनतोर ब्लास्ट में शामिल हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार, एसपी की टीम को मिली सफलता.

नारायणपुर. आईटीबीपी के असिस्टेंट कमांडेट और सहायक उप निरीक्षक की हत्या में शामिल और बुकिनतोर में बम ब्लास्ट करने वाले हार्डकोर नक्सली को एसपी की टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। दोनो ही घटनाओं के मास्टरमाइंड के साथ मिलकर आरोपी अन्य बड़ी घटनाओं में भी शामिल था।

जिला पुलिस टीम ने अमदईघाटी एरिया कमेटी सचिव) के करीबी और सक्रिय नक्सली पण्डरू पदामी को गिरफ्तार किया है। एसपी जी एस जायसवाल ने बताया कि आईटीबीपी के शहीद असिस्टेट कमाण्डेंट सुधाकर शिंदे और शहीद सहायक उप निरीक्षक गुरमुख सिंह की हत्या सहित कई घटनाओं के साथ मास्टर माइंड साकेत नुरेटी उर्फ भास्कर नुरेटी के साथ मिलकर बुकिनतोर बस ब्लास्ट कर 5 जवानों की हत्या करते हुए 22 जवानों को गंभीर रूप से घायल करने वाले सक्रिय हार्डकोर नक्सली है पण्डरू पदामी,वर्तमान में पल्ली बारसूर निर्माणाधीन सड़क में कड़ेनार से कडेमेटा के बीच बड़ी नक्सल घटना को अंजाम देने के लिए लगातार रेकी करने तथा छोटेड़ोंगर थाना क्षेत्रांतर्गत ग्राम तोयामेटा में नक्सल गतिविधियों के विस्तार करने के लिए आया था।

पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल को सूचना मिली कि उक्त घटना में सक्रिय रहने वाला हार्डकोर नक्सली वर्तमान में नक्सल विस्तार के लिये थाना छोटेड़ोंगर क्षेत्रांतर्गत ग्राम तोयामेटा आया है, प्राप्त सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए एसपी ने एसडीओपी छोटेड़ोंगर अभिषेक पैकरा को निर्देशित करते हुए कैम्प कड़ेनार से डीआरजी टीम रवाना किया था। उक्त टीम ने सक्रियता से घेराबंदी कर पण्डरू पदामी को गिरफ्तार किया गया पूछताछ के दौरान गिरफ्तार नक्सली द्वारा दोनों मुख्य घटनाओं में अपनी सक्रियता सहित छोटे-बडे अनेको नक्सल गतिविधियों में सक्रिय रहने की बात को स्वीकार किया है।

श्री जायसवाल ने बताया कि आईजी बस्तर के निर्देशानुसार सीमावर्ती जिला एवं सीमावर्ती राज्यों के पुलिस/फोर्स के मध्य बेहतर कम्युनिकेशन स्थापित होने से नक्सल विरोधी अभियान को गति मिली है।इसी का परिणाम है की कुछ ही समय मे बेहतर कम्युनिकेशन एवम आपरेशन के माध्यम से नारायणपुर पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में दण्डकारण्य स्पेशल जोनल के अंतर्गत कंपनी न. 6 एवम अमदेई एरिया कमेटी को भारी क्षति पहुचाया है।

एसपी ने की अपील.

एसपी ने मीडिया के माध्यम से अपील की है कि आम लोग नक्सलियों के झांसे में आकर मानव अधिकारों और विकास के विरोध में खड़ा होने को मजबूर न होकर पुलिस और प्रशासन का सहयोग करें। पुलिस को पता है कि नक्सलियों ने सुरक्षा कैम्प एवं विकास कार्यों के विरोध प्रदर्शन हेतु ग्रामवार समय-सारणी (चार्ट) तैयार किया है। जिसके तहत् नक्सल आन्दोलन में शामिल नहीं होने वाले ग्रामीणों के विरूद्ध शारीरिक दण्ड एवं जुर्माना हेतु माओवादियों की एरिया कमेटी तथा डिवीजनल कमेटी स्तर की बैठकों में प्रस्ताव भी पारित किया गया है। यदि ऐसी कोई घटना अथवा कार्यवाही होने की संभावित जानकारी मिलती है तो आप उसकी सूचना पुलिस को दें ताकि ऐसे गतिविधियों पर अंकुश लगाते हुए हम आपकी बेहतर सुरक्षा और समूचित विकास सुनिश्चित कर सकें।

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