मुंह फट

‘रवि शुक्ला’

कका,बबा और गहलोत.

कांग्रेस के पास सिर्फ दो ही राज्य बचे हैं पहला राजस्थान दूसरा छत्तीसगढ़ जाहिर सी बात है कि राजस्थान में कुछ होगा तो उसका असर छत्तीसगढ़ पर भी पड़ेगा और छत्तीसगढ़ में कुछ होगा तो उसकी छाया राज्य में दिखेगी इस लिहाज से राजस्थान के गहलोत प्रकरण को छत्तीसगढ़ के ढांचे में फिट कर देखा जा रहा है।

ब्यूरोक्रेट्स तो तनख्वाह लेता ही इसी बात का है की घटनाक्रमों को जोड़कर देखें,सोचे और राजनीतिक बिसाते बिछवाए सब मिलाकर निचोड़ यह निकला कि लगातार हमलों और घटनाक्रमों से कांग्रेस नेतृत्व बेहद कमजोर हो गया है। इतना होने के बाद भी गहलोत और राजस्थान सीएम की कुर्सी बच गई तो फिर समझ लो छत्तीसगढ़ में कुछ होना जाना नहीं है। लिहाजा चुनाव में बचा एक साल और आगे का चेहरा कका का ही रहेगा और बबा जी को अब शायद ही कुछ मिल सके,इसलिए यह कहना लाजमी होगा कि कका अभी जिंदा है।

ठाकुर वर्सेस ठकुराइन.

इलाके के श्रेष्ठ विधायक आज कल लोरमी-पंडरिया की गली- कूचे को छोड़कर तखतपुर की सड़के ज्यादा नाप रहे है। खास तो यह है इन सड़कों पर भगवा धारियों के प्रति उनकी मोह माया बढ़ती दिख रही है। मरनी, हरनी, तीज-त्यौहार और शादी समारोह में विधायक की गाड़ी राय राय, साए-साए करती नजर आ रही है।

जोगी की मोह माया से मुक्त हुए अभी कुछ दिन हुए है लेकिन इन दिनों में भाजपाइयों से उनकी राम राम और दुआ सलाम ज्यादा देखी जा रही है ठीक भी है। मनी और मसलस किसको बुरा लगता है, सही कहा जाए तो ठाकुरों को यही सुहाता भी है। बेचारी पब्लिक का क्या है वह तो दर्शक दीर्घा में है, लगता है इस बार तखतपुर विधानसभा में ठाकुर वर्सेस ठकुराइन लड़ती दिखेंगी। विधायक श्रेष्ठ है गंभीर और गहरे भी हैं इसलिए अभी पत्ते नहीं खोलें पर भांप तो ‘OMG’ को लग ही गई है।

पहचानिए कौन है ये आईपीएस.

कहत हे कि छत्तीसगढ़िया सब ले बढ़िया,ओखर ले बढ़िया

मिठलबरा रायगढिया,इतने में भी नही समझ पाए,ओह्ह अब पुलिस में राजा…. की कहानी का भी एक पार्ट है।

हमर निगम.

राजस्थानी माटी ले एक नवा, बूता करे और करवाए जोश से भरे युवा आईएएस साहब आए हे,शहर के पूरा नक्शा ला बदल डालहु के जुगत मा भिड़े हे, नगर निगम के ओखर पुराना दुबराज मातहत मन सोचथ हे कि अभी के लईका हे, पेल धपेल के चला लेबो,गलत सोच ले बिठा लिए हे, कमरा के भीतर का-का आउ कोन-कोन ले गोठियात हे झन पूछ.

कहे के मतलब सीधा की शहर के गली गलियारे,रद्दा आउ बजबजाए नदी- नाला के कथा कहानी खंगाल डालिस हे, सीधा गोठियाव त बूता करही आउ जम के कारवाही भी,ये नई चलहि के पेपर वाले मन ता कुछु भी छाप देथे, खबर आही त गंदगी ला ठीक करें पड़ही,कका भी बोल दिए हे अपन अपन नगर-गवई काम मा तेजी लाए चुनाई के पहली सब बने बने, बिलासा के राजनैतिक मंच ले नवा आईपीएस घलो वाकिब हे, जब सहायक कलेक्टर रहिस न ता चुनाई करा सरायपाली-कोरिया ले कामकाज समझ, घूम के नगर सवारे के जिम्मेदारी सरकार हा दिस हे।’OMG‘ के ओर से अब्बड़ बधाई साहब तोर रहत रहत बदले नजारा देखे ला मिलहि अईसे उम्मीद हे।

हमर जिला पुलिस.

देखन मा छोटे लागथ घाव करें गंभीर, ये मुहावरा बड़े जोरदार हे एमा गंभीरता झलकथे, बोले के तो जिला मा कई थानेदार हे सबो मन एक से एक,एमा तेरह वाले मन के चकरी चलथ हे.

पहली देहात के जंगल ठेठ कामकाज कोने ले मतलब नई,दूसर ओखर पड़ोसी एती-ओती झन ताकाझांकी अऊ सबले बड़े बात की शहरी थाना के तजुर्बा,तीसर बड़े रद्दा के थानेदार आउ साइबर अपराध के दुकानदारी बंद कराए के नायकी आउ चौथा आन तान फिजूल नई गोठियाए बूता आउ बूता,सब मिला के चारों इंग्लिश मा कहिथे की (क्लास मेंटेन) कर जिला पुलिसिंग के साख आउ नाक ला बचाए रखे हे बाकी माले हराम दिले बेरहम के गाथा कोनो ले नई छुपे हे।

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