वट् पूजन और शनि जयंती पर कब-कहा रहेगा सूर्य ग्रहण का असर, जानिए पंडित अनिल पांडेय से..

‘कंकणाकृति सूर्यग्रहण’

आज, यथा ज्येष्ठमास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि, गुरूवार है! अत: उत्तरी-गोलार्ध में यात्रारत् सूर्यदेव आज दोपहर के 13:43 बजे से लेकर सायं के 18:41 बजे के बीच ग्रहण के काल में होगे!

परन्तु इस ग्रहण का सूतक-पातक आदि कुछ भी मान्य नही होगा! क्योकि यह ग्रहण ना तो भारत में दिखाई देगा और ना ही इस ग्रहण का दुष्प्रभाव ही भारत पर पड़ेगा!

यह ग्रहण – रूस, चीन, स्वीडन, स्वीटजरलैंड, तुर्कमेनिस्तान, यूक्रेन, इंग्लैंड, अमेरिका, उज्बेकिस्तान, कनाडा, बेलारूस, मध्य आस्ट्रिया, डेनमार्क, इटली, कजाकिस्तान, पुर्तगाल, पोलैंड, नार्वे, मंगोलिया, मोरक्को, नीदरलैंड म मालदोवा, हंगरी, ग्रीनलैंड, फिनलैंड, फ्रांस बेल्जियम, लिथूनिया, किर्गिस्तान, लातविया, ऐस्टोनिया आदि देशों में दिखाई भी देगा और मान्य भी होगा।

इस ग्रहण के अलावा – आज सूर्यपुत्र शनिदेव की जयंती भी है और वट् सावित्रीव्रत और वट् पूजन भी है।

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