शाबास बिलासपुर पुलिस: ऑपरेशन हमजान की कहानी ‘OMG’ की जुबानी,12 घण्टे की जद्दोजहद और माँ की गोद मे आया मासूम, ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में एक जोड़ा गिरफ्तार..

बिलासपुर. सिम्स से चोरी हुए 7 माह के मासूम हमजान को आखिरकार कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने खोज ही लिया है। पहली बार मे असफल रही सीएसपी कोतवाली व साइबर सेल की टीम ने नए सिरे से हमजान की तलाश में एड़ी चोटी एक कर चैनल टू चैनल काम किया और मासूम को उमरिया रेल्वे स्टेशन में आरोपी महिला के चंगुल से छुड़ा लिया है। इस पूरे ऑपरेशन में पुलिस टीम को करीब 12 घन्टे की मशक्कत करनी पड़ी तब कही जाकर हमजान अपनी ममता की गोद में पहुचने में सफल हो पाया है।

(ट्रेन में मासूम को लेकर उमरिया रेल्वे स्टेशन में पकड़ाई आरोपी महिला)

जिला पुलिस का ऑपरेशन हमजान सफल रहा, पहली बार उस तक पहुचने में असफल हुई कोतवाली सीएसपी निमेश बरैया (एडिशनल एसपी) और साइबर सेल की टीम बीते शुक्रवार की रात एक बार फिर रिचार्ज हुई और नए सिरे से रेल्वे स्टेशन से सिम्स तक के पहुच मार्ग के सीसीटीवी फुटेज को खंगाल डाला। हर चौक चौराहे से लेकर दुकानों के बाहर पुलिस ने हमजान की तलाश में एक कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार मासूम की माँ इशाक बी पति सफर बी निवासी वार्ड नं एक करगीरोड कोटा से पुलिस ने बड़ी बारीकी से पूरा मसला समझा और पुनः हमजान की तलाश में भीड़ गई।

इस दौरान सिम्स प्रबंधन से पुलिस ने एंट्री और एग्जिट गेट से लेकर पूरे सिम्स परिसर का फुटेज मांगा जिसमें एक युवक मोबाइल पर बात करते हुए दिखाई दे रहा था यहीं से पुलिस ने एक नई शुरुआत की, पुलिस को उस एक्टिवा की तलाश की जिससे आरोपी महिला हमजान और उसकी मां को लेकर सिम्स आई थी, जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को एक ही एक्टिवा पर सवार हमजान उसकी मां व एक युवक युवती भी नजर आई पुलिस ने माथापच्ची के बाद एक्टिवा का नंबर ट्रेस किया

जिसका रजिस्ट्रेशन तोरवा बंधवापारा शंकर नगर निवासी कोमल गोंड का निकला यहां से ऑपरेशन हमजान तक पहुंचने की स्टोरी को पुलिस ने क्लियर करना शुरू किया। महिला ने बताया कि फुटेज में दिख रहा युवक उसका भाई पुष्पेंद्र गोंड है जो कुछ ही देर पहले सब्जी लेने निकला था।

पुलिस ने महिला से उसके भाई का नंबर लिया और टावर लोकेशन ट्रेस कर युवक को बृहस्पति बाजार से होते हुए सत्यम चौक के पास उसकी मां के साथ पकड़ लिया पूछताछ में युवक ने बताया कि बच्चे लेकर जा रही महिला रितु यादव उसकी दोस्त है और वह तोरवा नाका चौक स्थित एक हॉस्पिटल के बाजू गली में रहती है। जब पुलिस ने रितु यादव के घर रेड किया तो पता चला कि उसके घर मां वह एक बहन के अलावा कोई नहीं रहता पहले तो रितु यादव के परिजनों ने पुलिस को गुमराह किया लेकिन जब पुलिस ने सख्ती बरती तो आरोपी महिला के घर वालों ने बताया कि वह एक बच्चे के साथ घर आई थी और टिकरापारा में किराए का मकान लेकर रहती है। रितु यादव की बहन ने उससे सामान के साथ रेलवे स्टेशन छोड़ना स्वीकार कर लिया और पुलिस को बताया कि दोपहर करीब 3:00 बजे के आसपास रितु यादव बच्चे को लेकर ट्रेन से रवाना हो गई है।

लाल रंग की ट्रेन बनी सिरदर्द..

हमजान की तलाश में यहां तक पहुंचने के बाद पुलिस को लगा के अब मासूम हाथ लग जाएगा लेकिन पुलिस के लिए लाल रंग की ट्रेन सिरदर्द बन गई रितु यादव की बहन ने पुलिस को बताया कि उसे नहीं मालूम वह किस ट्रेन से कहां के लिए रवाना हुई है इसके बाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर के सारे डिटेल को खंगाल डाला तब पता चला कि 3:00 बजे के आसपास संपर्क क्रांति और उत्कल एक्सप्रेस बिलासपुर से कटनी रूट की ओर रवाना हुई है। इधर पुलिस के पास रितु यादव का मोबाइल नंबर आ गया था साइबर सेल के इंचार्ज प्रदीप आर्य और एसआई मनोज नायक लगातार रितु यादव के मोबाइल का टावर लोकेशन लेते रहे। इस ऑपरेशन में आरपीएफ के कमांडेंट ऋषि शुक्ला और पोस्ट प्रभारी भास्कर सोनी पुलिस टीम कॉर्पोरेट करते रहे।

इस बीच रितु यादव का टावर लोकेशन अनूपपुर फिर शहडोल में मिला जहां आरपीएफ की एक टीम ने संपर्क क्रांति एक्सप्रेस पूरी ट्रेन को चेक किया लेकिन कामयाबी हासिल नहीं हुई इधर लगातार पुलिस टीम और साइबर सेल रितु यादव के मोबाइल टावर पर नजरें बनाई हुई थी। अब पुलिस सामने ट्रेन के स्टॉपेज को लेकर एक बडी समस्या आ गई है, जिसे लेकर एडिशनल एसपी बरैया ने रेल्वे के अफसरों से बात कर ट्रेन को रुकवाया जैसे ही ट्रेन उमरिया स्टेशन में इंटर हुई आरपीएफ स्काट को एक्टिव किया गया और एस 7 कोच के सीट नम्बर 70 में हमजान को लेकर बैठी रितु यादव को पकड़ लिया जिसके बाद बिलासपुर पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने भी राहत की सांस ली।

शहर नही पहुचा मासूम और श्रेय लेने की होड़..

इधर हमजान और आरोपी रितु यादव को आरपीएफ स्टाफ ने अपने कब्जे में क्या लिया आरपीएफ पोस्ट की तरफ से पहले श्रेय लेने की होड़ में हमजान को गोद में लिए आरोपी महिला फ़ोटो के साथ आधी अधूरी जानकारी वायरल करना शुरू कर दिया। आरपीएफ से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि,स्थानीय पुलिस बिलासपुर तथा रेलवे सुरक्षा बल बिलासपुर के उच्चाधिकारियों प्राप्त सूचना की एक महिला एक छोटी बच्ची को अपहरण करके संभावित गाड़ी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस या उत्कल एक्सप्रेस से लेकर जा रही है उक्त सूचना पर पोस्ट प्रभारी रेलवे सुरक्षा बल बिलासपुर भास्कर सोनी तथा स्टाफ द्वारा तत्परता दिखाते हुए बिलासपुर मंडल के सभी निरीक्षकों तथा अनूपपुर व शहडोल के निरीक्षक से समन्वय स्थापित करते हुए सूचना को आदान प्रदान किया गया।

(फुटेज में आया एक्टिवा सवार आरोपी युवक)

जिस पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा थोड़ी छानबीन कर चोरी कर ले जा रही महिला को बच्ची के साथ गाड़ी संख्या संपर्क क्रांति एक्सप्रेस एस्कॉर्टिंग पार्टी के मदद से पकड़ लिया गया तथा उमरिया रेलवे स्टेशन में उतार लिया गया है जिसे अग्रिम कार्रवाई हेतु रेलवे स्टेशन बिलासपुर लाया जा रहा है। वही आरोपी महिला समेत मासूम को तड़के सारनाथ एक्सप्रेस से बिलासपुर लाने की जानकारी मिली है।

पुलिस की तस्दीक जारी,एक डायरी के साथ कुछ सामान बरामद..

(आरोपी महिला के टिकरापारा स्थित मकान की तलाशी के दौरान कोतवाली पुलिस)

खबर लिखे जाने तक पुलिस की कार्रवाई जारी थी। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी रितु यादव के टिकरापारा स्थित किराए के मकान की तलाशी ली। मकान मालिक ने टीआई कोतवाली शीतल सिदार और थाना स्टाफ को बताया कि 3 दिन पहले ही रितु यादव घर बंद कर गई थी।इधर पुलिस ने घर से कुछ सामान के साथ आपत्तिजनक चीजें भी मिली है। पुलिस के हाथ एक छत्तीसगढ़ शासन की एक डायरी लगी है जिसमें शहर के कई नामी गिरामी लोगो के साथ राज्य और दिल्ली से जुड़े नाम और मोबाइल नम्बर दर्ज है। पुलिस उन सभी नामों की पड़ताल कर रही है।

ह्यूमन ट्रैफिकिंग मामला,एक संदिग्ध हिरासत में..

(बिलासपुर रेल्वे स्टेशन में हमजान को लेकर भगाने से आरोपी)

इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी महिला रितु यादव के सहयोगी पुष्पेंद्र गोंड को आरोपी बनाया है सारा माजरा ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़ा हुआ है इसी आधार पर पुलिस काम कर रही है। इधर मोपका चौक स्थित एक ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली एक संधिग्ध युवती को हिरासत में लिया है जिससे पूछताछ की जा रही है।

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