महाकाल की नगरी में पंडित प्रदीप मिश्रा ने पर्चा लिखने को लेकर किया कटाक्ष, किससे मतलब नहीं और किस पर करे विश्वास,राजनीति में आने पर बोले-देखे वीडियो.

उज्जैन. यहां पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले की शिव कथा चल रही है। पहले दिन शिव कथा पंडाल में 4 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया गया है पहले दिन की शिव कथा समाप्त होने पर पंडित प्रदीप मिश्रा पत्रकारों से चर्चा के दौरान किसी का बिना नाम लिए कटाक्ष करते हुए कहा कि न मैं कोई पर्चे लिखता हूं, न ही कोई भविष्यवाणी करता हूं। किसी साधारण मनुष्य पर भरोसा न कर हमें भगवान पर भरोसा करना चाहिए। इससे हमारा जीवन सार्थक होगा। वंही उन्होंने साईं विवाद पर कहा कि सनातन धर्म में देवताओं की कोई कमी नहीं है, हम उन्हीं को पूज लें, वहीं आनंद है।

उज्जैन के बड़नगर रोड स्थित मुरलीपुरा में पंडित प्रदीप मिश्रा सीहोर वालों की 7 दिवसीय शिव पुराण कथा 4 अप्रैल से 10 अप्रैल तक चलेगी । कथा के पहले दिन 4 लाख श्रद्धालु यहां पहुंचे है ।कथा के आयोजन के लिए तीन विशाल डोम बनाए गए थे। बीच वाले मुख्य डोम में मुख्य मंच पर महाकाल मंदिर की आकृति की सजावट कर शिवलिंग बनाया गया है। कथा स्थल पर दो दिन पहले से ही भक्तों की भीड़ आना शुरू हो गई थी। जो भक्त बाहर से आए हैं वे पंडाल में ही सो रहे है।

इसलिए कथा शुरू होने से पहले ही वे आगे वाली जगह अपने लिए रोक लेते हैं। राजस्थान, बिहार, यूपी, महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा सहित अन्य राज्यों के अलग-अलग शहरों से श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे हैं।

किसी से मतलब नहीं,शंकर भगवान का भजन करें स्वयं महाकाल बैठा है.

कथा समाप्त होने के बाद पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि आपने अपनी कथा के दौरान भविष्यवाणी नहीं करने की बात कही तो वो क्या बागेश्वर धाम को लेकर थी। इस पर उन्होंने कहा कि हमें उससे मतलब नहीं। हम इतना जानते हैं शंकर भगवान का भजन करें स्वयं महाकाल बैठा है दुनिया का भाग्य लिखने वाला, वही है जो राम जी, कृष्ण जी की माता का हाथ देखकर बता देते हैं। हमें हमारे भगवान पर भरोसा करना है, किसी साधारण मनुष्य पर भरोसा नहीं करेंगे। भगवान पर भरोसा करेंगे तो हमारा जीवन सार्थक होगा।

(सोर्स)

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