परशुराम जयंती को सफल बनाने युवा टीम ने बैठक कर तैयार की रुपरेखा..

बिलासपुर. परशुराम जयंती को लेकर इमलीपारा स्थित श्री परशुराम भवन में बैठक आयोजित की गई जिसमें मुख्य रूप से शोभायात्रा और कार्यक्रम को लेकर वरिष्टजनों की अगुवाई में युवाओं की टीम ने रूपरेखा तैयार कर सभी ने आयोजन को सफल बनाने अपनी बातें रखी।

शुक्रवार की शाम श्री परशुराम भवन में आगामी मंगलवार को परशुराम जयंती को लेकर बैठक की गई जिसमें शोभायात्रा और पूरे कार्यक्रम को लेकर चर्चा की गई।सर्व प्रथम भगवान परशुराम की जय जयकार के बाद पंडित सुदेश दुबे,राजेश पाण्डे और विनय शर्मा और अखिलेश पांडेय (छालीवुड अभिनेता)की अगुवाई में युवाओं की टीम ने आयोजन को सफल बनाने अपने अपने विचार रखे।बैठक में राजेश पांडेय ने भगवान परशुराम की जीवनी और क्रांतिकारियों के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला तो वही सुदेश दुबे ने समाज की एकता पर जोर दिया वही विनय शर्मा ने परशुराम जन्म उत्सव का महत्व बताया और ब्राह्मणतव को जगाने का बैठक में युवाओं को टिप्स दिए।

रौशन अवस्थी और अन्य युवाओं ने बताया कि जयंती के दिन दोपहर 2 बजे बाइक रैली निकाल शोभायात्रा में शामिल होगी वही युवाओं ने बैठक में कहा कि इस बार युवा वर्ग कुछ अलग करने के मूड में है जिसे वरिष्टजनों ने सराहा और हर संभव मदद करने की बात कही।बैठक में चद्रचूण त्रिपाठी प्रदेश अध्यक्ष आदित्य वाहिनी,नवीन तिवारी,गंगेश शुक्ला, मनीष शर्मा, हर्षधर दीवान,अंकुश चौधरी,विकास पांडेय,रत्नेश गुप्ता समेत युवाओं की टीम उपस्थित रही।

झांकी-ड्रेस कोड बनेगी शोभायात्रा की शान..

बैठक में तय किया गया कि इस बार की शोभायात्रा में शामिल होने वाले समग्र ब्राह्मण समाज अपना एक अलग ट्रेंड लेकर आए झांकी के साथ अपने तर्ज पर समाज की संस्कृति को आगे लाने पर जोर दिया गया वही बिलासपुर की जीवन दायनी अरपा नदी को जीवंत करने जयंती के अवसर पर निर्णय लेने का संकल्प लिया।

रविवार को हरदेव लाल मंदिर में होगी बैठक..

विप्रकुल द्वारा इस वर्ष अपने अराध्य भगवान परशुराम का जन्मोत्सव 7 मई मंगलवार को वृहद आयोजन के साथ मनाया जायेगा
जिसकी तैयारी को लेकर एक विशेष बैठक रविवार की शाम 5 बजे नगर के हृदय स्थल गोलबाजार स्थित माँ भगवती हरदेवलाल मँदिर के पवित्र प्राँगण आयोजित की गयी है आयोजन को सफल बनाने पंडित सुदेश दुबे ने नगर के सभी सम्मानित विप्र जनो से विनम्र निवेदन किया है कि इस विशेष बैठक मे शामिल होकर भगवान श्री परशुरामजी जन्मोत्सव आयोजन हेतु अपने अमूल्य सुझाव अवश्य दे।

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