शहर के VIP इलाके से निकली आक्सीजन को दिन भर भुनाते रहे सर्व हिंदू सनातनी वर्ग, दिन भर का विरोध प्रदर्शन और चंद मिनिट में खत्म हुआ हो हल्ला.

बिलासपुर. सर्व हिंदू सनातनी वर्ग ने बीजेपी संग व अन्य संगठनों द्वारा पुलिस प्रशासन के खिलाफ दमनकारी नीति का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। शहर के मुख्य चौक चौराहों से जमकर नारेबाजी करते हुए भीड़ नेहरू चौक पहुंची और हनुमान चालीसा का पाठ कर वही बैठ नारेबाजी करते रहे। इस पूरे मामले को शहर के वीआईपी इलाके से मिली आक्सीजन का नतीजा यह रहा कि दिनभर हो हल्ला कर घंटो कलेक्ट्रेट रोड़ जाम करने के बाद चंद मिनिट में प्रोप्रोगंडा खत्म कर दिया गया।

गुरुवार को पुलिस के लाव लश्कर के साथ सर्व हिंदू सनातनी वर्ग की टीम ने बीते 1 जुलाई की शाम से लेकर रात तक तोरवा थाने का घेराव करने वाली भीड़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने का विरोध कर इस पूरे मामले को लव जिहाद करार देकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सर्व हिंदू सनातनी वर्ग के इस प्रदर्शन को बीजेपी नेता व कुछ अन्य संगठन भी साथ खड़े नजर आए। लाल बहादुर शास्त्री स्कूल से निकली रैली गोलबाजार, सदर बाजार, देवकीनंदन चौक से होते हुए नेहरू चौक पहुंची इस बीच संगठन के लोगों ने हाथ जोड़कर कुछ देर के लिए दुकानों को बंद करने का व्यापारियों से आग्रह किया।

नेहरू चौक पहुंचते ही भीड़ आईजी को बुलाने पर अड़ गई उनका कहना था कि जब तक आईजी से नही मिलेंगे नेहरू चौक से हटेंगे नही और सभी बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। कुछ देर तक जब आईजी नेहरू चौक पर नही आए तो प्रदर्शनकारी नारा लगाते हुए कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ने लगे जहां कुछ देर पुलिस से उनकी बहसबाजी भी हुई।

जिला प्रशासन के अफसरों का मुंह ताकती रही पुलिस.

एक तरफ बीजेपी नेताओं व कुछ अन्य संगठन संगठनों संग सर्व हिंदू सनातनी वर्ग पुलिस वालों के सामने ही पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते नजर आए और पुलिस मूकदर्शक बनी रही तो वही नेहरू चौक पर.

जिला प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी आने से कतराते रहे और पुलिस को भीड़ से दो चार होना पड़ा।

अगर वक्त रहते जिला प्रशासन को ओर से कोई अधिकारी सर्व हिंदू सनातनी वर्ग की बात सुनने नेहरू चौक आ जाता तो भीड़ आगे नहीं बढ़ती और दिन भर का प्रोप्रोगंडा वही खत्म हो जाता।

भीड़ में ये भी नजर आए.

किसी जमाने में पुलिस और जिला प्रशासन की नौकरी कर तनख्वाह खाने वालों ने भी इस प्रदर्शन में अपने हिस्सेदारी निभाई। भगवा कुर्ता पजामा पहने माथे पर तिलक चंदन लगाएं रिटायर्ड पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी भी रैली और नेहरू चौक की भीड़ में नजर आए कुछ नहीं तो पुलिस के खिलाफ नारेबाजी में भी अपनी भूमिका निभाई और कईयों ने तो नेहरू चौक पर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।

इधर नारेबाजी उधर दोस्ताना.

नेहरू चौक पर सर्व हिंदू सनातन धर्म व बीजेपी नेताओं के साथ अन्य संगठन कांग्रेस सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। इसी बीच शहर भाजपा के दूसरे गुट से ताल्लुक रखने वाला भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ का नेता अपने कुछ लोगों के साथ पेट्रोल पंप के सामने चांटापारा से होकर तखतपुर विधानसभा की गलियों को नापने वाले एक कांग्रेसी की गाड़ी रोककर (ऑफ कैमरा) हाथ मिलाते, गाड़ी की खिड़की से सिर घुसा के बातचीत करते नजर आए। जबकि भीड़ को देख पुलिस ने रोड़ ब्लॉक कर दिया था और इनकी भेंट मुलाकात के कारण गाड़ियों का रैला लग गया था।

चंद मिनट के लिए नजर आए पूर्व मंत्री.

इधर पूर्व मंत्री और भाजपा नेता अमर अग्रवाल अपने समर्थकों के साथ रैली का नेहरू चौक पर इंतजार करते नजर आए। पूरी व्यवस्था की झड़ी लेने के बाद पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल चले गए.

वही बीजेपी से बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, पूर्व मंत्री समर्थक रामदेव कुमावत, मनीष अग्रवाल, रौशन सिंह व अन्य कुछ देर नेहरू चौक पर डटे रहे।

कही, चुनावी फंडा तो नही.

ऐसी चर्चा है कि,चुनाव सिर पर देखकर आरएसएस समर्थित संस्थाएं भाजपा के लिए माहौल तैयार करने लगी है। ऐसी ही एक संस्था ने बहुत सारे मंच व संगठनों और उसके पदाधिकारियों को झोंक दिया गया है और सब को मालूम है कि इस हवा को आक्सीजन राजेंद्र नगर चौक के पास स्थित एक बंगले से मिल रही है।

पहले आईजी फिर कलेक्टर और डीजीपी.

सर्व हिंदू सनातन धर्म के बैनर तले कुछ युवा नेता नेताओं की जब नेहरू चौक पर आईजी को बुलाने की मंशा पूरी नहीं हुई तो सभी नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट के सामने जाकर डट गए और कलेक्टर से मिलने की मांग करने लगे। बाहर मीटिंग में होने की वजह से कलेक्टर अपने चेंबर में नहीं थे। जिसके बाद लगातार नारेबाजी का सिलसिला चलता रहा, कुछ देर बाद एलाउंसमेंट हुआ कि प्रदर्शन को सपोर्ट करने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद अरुण साव आ रहे हैं लेकिन वह नहीं आए, वही जब बात नहीं बनती दिखी तो किसी ने हवा उड़ा दी कि अब सीधा प्रदेश के डीजीपी को फोन लगाया जाएगा मगर देखते ही देखते यह बात हवा में उड़ गई।

कलेक्टर से मिले और चंद मिनट में प्रदर्शन खत्म.

कलेक्ट्रेट के सामने रोड जाम कर गुरुवार की दोपहर से लेकर शाम तक तोरवा पुलिस की कार्यप्रणाली से नाराज सर्व हिंदू सनातनी वर्ग को कलेक्टर सौरभ कुमार का इंतजार करना पड़ा। करीब पौने पांच बजे एसपी ऑफिस की तरफ से कलेक्टर अपने चेंबर में जाते नजर आए। कुछ देर बाद पांच लोगों को कलेक्टर से मिलने की अनुमति मिली। लगभग 4:55 से 5:15 बजे तक संगठन के लोग कलेक्टर से बातचीत करते रहे और बाहर आने के बाद संतुष्ट होकर रवाना हो गए। जब मीडिया ने क्या रोड जाम कर प्रदर्शन करना जरूरी था का सवाल किया तो, सुनिए जवाब.

ज्ञापन के अनुसार पूरा मामला.

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