दुर्गा विसर्जन विवाद- सोशल मीडिया पर हो रही फजीहत से भड़की एसएसपी माथुर, मातहतों से पूछा की घटना के वक्त कहा थी पुलिस,जांच के निर्देश, राडार में पुलिस कर्मी.

बिलासपुर. शहर में शुक्रवार को दुर्गा विसर्जन के दौरान दो पक्षों में हुए विवाद के बाद बवाल मच गया है एक तरफ इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर जोरो से वायरल हो रहा तो वही पुलिस की साख पर लग रहे दाग के बाद शुक्रवार को दिनभर पुलिस ने एक दर्जन से अधिक आरोपी जिसमें दो नाबालिग भी शामिल थे सभी को गैर जमानती धाराओं के तहत गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर ली। मगर इसके बाद भी घटना के वक्त मौके से नादरत पुलिस स्टाफ पर एसएसपी ने नाराजगी जाहिर कर पूरे मामले की बारीकी से जांच के लिए कोतवाली सीएसपी को निर्देशित किया है।

बीते शुक्रवार की तड़के दुर्गा विसर्जन के बीच सिम्स चौक से करोना चौक तक हुए तांडव के समय पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ गई है, दो दुर्गा समितियों में मूर्ति को आगे बढ़ाने को लेकर इतना बवाल कैसे खड़ा हो गया। इसका अंदाजा पुलिस भी नही लगा पा रही है। जबकि विर्सजन को लेकर पहले से ही कोतवाली पुलिस के स्टाफ की पाइंट ड्यूटी लगा एएसआई सुरेंद्र तिवारी के साथ अन्य स्टाफ को पेट्रोलिंग का जिम्मा सौंपा गया था। मिली जानकारी के अनुसार एसीसीयू से एसआई अजय वारे और प्रधान आरक्षक बलबीर सिंह समेत तीन स्टाफ को भीड़ में संदिग्धों की खोजबीन के लिए तैनात किया गया था। वही ट्रैफिक जवानों की भी जगह जगह ड्यूटी लगी हुई थी,इसके बाद भी झगड़ा इतना उग्र रूप में कैसे तब्दील हो गया। इधर सोशल मीडिया पर पुलिसिंग को लेकर हो रही मच मच से भड़की एसएसपी पारूल माथुर ने पूरे मामले की जांच का निर्देश सीएसपी कोतवाली स्नेहिल साहू को दिया है।

एसएसपी का मानना है कि रोड़ पर खुलेआम गैंगवार के बीच दहशगर्दी कैसे हुई इस महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान करोना चौक और सदरबाजार जैसे संवेदनशील जगह पर तैनात पुलिस स्टाफ आखिर कहा गायब था।

पुलिस की निष्क्रियता पर उठ रहे सवाल.

इस गैंगवार की घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिले के पुलिसिंग की निष्क्रियता पर सवाल खड़े होने लगे है। पुलिस पर तरह तरह के आरोप लगना शुरू हो गया है वही अब शहर के विभिन्न दुगोत्सव समिति के आयोजनकर्ता इसके लिए खुद को जिम्मेदार मान शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं और इस घटना के लिए समिति के पदाधिकारियों को ही दोषी मान रहे हैं। जिसे लेकर शनिवार की शाम बिलासपुर दुर्गोत्सव समिति के बैनर तले हरदेव लाल मंदिर में बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस नेता महेश दुबे(टाटा महाराज) ने बताया कि घटना काफी निंदनीय है जिसे लेकर चर्चा की जाएगी और यह पता लगाया जाएगा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ और यह भी कोशिश की जाएगी कि आगे भविष्य में ऐसा न हो।

काफी सालों बाद सामने आया ऐसा रौद्र रूप.

प्रतिमा को आगे बढ़ाने को लेकर चांटीडीह के आदर्श दुर्गोत्सव समिति और कुदुदंड के शिव दुर्गा समिति के बीच हुआ विवाद काफी सुर्खियों में है जिले के अलावा पूरे प्रदेश में इसकी चर्चा हो रही है।दुर्गा समितियो से जुड़े सीनियर बताते है की काफी पहले गोंडपारा और तेलीपारा के बीच गोलबाजार से कोतवाली चौक के बीच होता रहा है जिससे निपटने के लिए पुलिस पहले से अपनी सारी तैयारियां रखती थी लेकिन इस बार तो हद हो गई।

रास्ते भर भिड़ते रहे युवक.

इस बार के दुर्गा विसर्जन में पूरे रास्ते भर युवकों में किसी न किसी बात को लेकर भिड़ंत होती रही कोतवाली से लेकर हटरी चौक तक लगें मंच से भी वीआईपी और उनके समर्थकों ने छूट पुट विवादों को भरपूर नजारा देखा। लेकिन आदर्श दुर्गोत्सव समिति और कुदुदंड के शिव दुर्गा समिति के बीच हुआ भयंकर विवाद ही सामने आया।

रात से लेकर सुबह तक तैनात रहे पुलिस अफसर फिर भी.

शहर के एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल, सीएसपी स्नेहिल साहू और टीआई भारती मरकाम ,परिवेश तिवारी,पौरूष पुर्रे और एसआई सागर पाठक गुरुवार की शाम से लेकर शुक्रवार की सुबह तक ड्यूटी पर मुस्तैद रहे। एडिशनल एसपी और सीएसपी थाने से लेकर हटरी चौक और गोलबाजार तक पैदल भीड़ और दुर्गा उत्सव समितियों की देखरेख करते रहे। फिर भी इतनी बड़ी घटना हो गई वही उन्हें सिम्स चौक और करोना चौक के बीच होने वाले विवाद की जरा भी आशंका नही थी। कोतवाली से पॉइंट ड्यूटी के जवान, पेट्रोलिंग और एसीसीयू की जब कोई एक्टिविटी नही दिखी तो तत्काल सीएसपी साहू ने एसआई सागर पाठक को बल के साथ मौके पर रवाना किया गया था जो पूरे रास्ते भर के हर पल की रिपोर्टिंग सीएसपी को करते रहे।

इनकी हुई गिरफ्तारी,बाकी फरार.

एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल ने बताया कि पुलिस ने 17 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है,जिसमें दो नाबालिग शामिल हैं वही वायरल वीडियो के माध्यम से अन्य युवकों की पहचान हो गई है। जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों में शैलेष कश्यप पिता राजू कश्यप (28) निवासी चांटीडीह, पप्पू कौशिक पिता शिव कुमार कौशिक (28) निवासी चांटीडीह, बिट्टू उर्फ सूरज यादव पिता संतोष यादव (24) निवासी चांटीडीह, दीपक साहू पिता रतन साहू (22) निवासी रपटा चौक चांटीडीह, नितेश कश्यप पिता योगेश कश्यप (28) निवासी चांटीडीह, देव भद्रराजा पिता सुरेश भद्रराजा (23) निवासी चांटीडीह, अनिकेत यादव पिता श्रवण यादव (26) निवासी शिव चौक कुदुदण्ड, अनुराग उर्फ बजरंग यादव पिता श्रवण यादव (28) निवासी कुदुदण्ड, नीरज जायसवाल पिता सुरेश जायसवाल (18) निवासी कुदुदण्ड, शुभम द्विवेदी पिता अवधेश द्विवेदी (19) निवासी कुदुदण्ड राहुल राजपूत पित रोहित राजपूत (20) निवासी कुदुदण्ड, हिमांशु राई पिता दीपक राई (27) निवासी अशोक नगर सरकण्डा के साथ ही कई नाबालिग लड़के भी शामिल हैं।

पॉइंट ड्यूटी के जवान, पेट्रोलिंग इंचार्ज और एसीसीयू.

मिली जानकारी के अनुसार घटना के वक्त मौके पर कोतवाली थाना स्टाफ की पाइंट ड्यूटी के जवान, पेट्रोलिंग इंचार्ज एएसआई सुरेंद्र तिवारी व अन्य समेत एसीसीयू से एसआई अजय वारे हवलदार बलबीर सिंह समेत तीन स्टाफ से घटना के संबंध में जांच के मद्देनजर पूछताछ की जा सकती है वही ट्रैफिक और कोतवाली के पाइंट ड्यूटी पर लगे पुलिस कर्मियों के नाम खंगाला जा रहा है।

एसएसपी माथुर बोली.

एसएसपी पारुल माथुर ने कहा है कि घटना में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है। घटना के वक्त पुलिसकर्मियों के गायब होने के संबंध में भी जांच का निर्देश सिटी कोतवाली सीएसपी स्नेहिल साहू दी गई है और जांच रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। वहीं दो गुटों के इस विवाद को सांप्रदायिक रंग देने वालों के खिलाफ भी पुलिस सख्ती से कार्रवाई करेगी। सोशल मीडिया में अफवाह फैलाकर माहौल बिगाड़ने वालों पर पुलिस की साइबर सेल की नजर है। ऐसे शरारती तत्व भी बक्शे नहीं जाएंगे।

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