छत्तीसगढ़ मीनिंग इंडिया और शांति के टापू इस राज्य में गंदी राजनीति कर वातावरण बिगाड़ने का प्रयास कर रही बीजेपी, संसदीय सचिव उपाध्याय ने चेताया बाज आए इन हरकतों से वरना.

रायपुर. संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कवर्धा में दो गुटों में झड़प पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा को आड़े हाथों लिया विकास उपाध्याय ने कहा कि छत्तीसगढ़ मीनिंग इंडिया है और इस प्रदेश को शांति का टापू कहा जाता है लेकिन कुछ लोग संप्रदायिकरण की गंदी राजनीति के जरिए छत्तीसगढ़ के सौहार्दपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं उन्होंने ने पर्दे के पीछे से शांति भंग करने का खेल करने वालों को सख्त चेतावनी दी है कि वह अपनी इन हरकतों से बाज़ आ जाएं वरना छत्तीसगढ़ की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।

विकास उपाध्याय ने कवर्धा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने इस पूरे घटनाक्रम को काफी गंभीरता से लिया है पुलिस प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रही है। घटना गठित करने वाले लोगों की गिरफ्तारी कर ली गई है वही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों की बैठक लेकर प्रशासनिक स्तर पर शांति स्थापित करने वाले कदम उठाए हैं क्षेत्र के विधायक और मंत्री मोहम्मद अकबर ने धार्मिक सौहार्द का परिचय देते हुए लगातार शांति की अपील की और आपसी भाईचारा बढ़ाने वाला प्रयास जारी रखा झंडे को हटाने पर विवाद हुआ था उस झंडे को स्थापित करने उन्होंने पहल की , विकास उपाध्याय ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस और सरकार कोई राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप नहीं करना चाहती लेकिन भाजपा लगातार इस पूरे प्रकरण को हवा देकर आग भड़काने की कोशिश में जुटी हुई है। चाहे रमन सिंह के पुत्र पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और सांसद संतोष पांडे के द्वारा वहीं कवर्धा में रैली निकालना हो या फिर भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा इस पूरी घटना को सोशल मीडिया के जरिए गलत ढंग से पेश कर भड़काने की हरकत भाजपा पूरे मामले में बेनकाब हो चुकी है और इस संबंध में सरकार के पास पर्याप्त साक्ष्य है।
घटना के संप्रदायिक करण और शांति स्थापित करने की कोशिशों को दरकिनार करने के पीछे भाजपा नेताओं की मंशा केवल राजनीतिक लाभ लेना है अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते भाजपा के नेता राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद को भी गलत जानकारी देकर गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं

भाजपा नेता की इन हरकतों से छत्तीसगढ़ के 2 करोड़ 75 लोगों का अपमान हुआ है और अब तक शांति का टापू और भाईचारे का प्रतीक माने जाने वाला प्रदेश कलंकित हो रहा है ऐसे में भाजपा नेताओं से प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए छत्तीसगढ़ में रामराज चल रहा है सरकार कानून के जरिये दोषियों को छोड़ेगी नहीं।

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