सरकंडा स्कूल के एक व्याख्याता को तबादले से बचाने पूरा विभाग ताकत लगा रहा.

●शाला विकास समिति की अध्यक्ष ने लगाया गंभीर आरोप,उच्चस्तरीय शिकायत.

बिलासपुर. सरकंडा कन्या शाला में इन दिनों एक स्थानांतरित व्याख्याता दुष्यंत कुमार चौबे को रिलीव ना करने का खेल चल रहा है। इनके बदले महिला व्याख्याता ने यहां आकर ज्वाइन भी कर लिया है। लेकिन प्राचार्य ने संबंधित व्याख्याता को रिलीव नहीं किया।

शाला विकास समिति की अध्यक्ष श्रीमती आशा सिंह ने शिकायत की है कि कन्या शाला सरकंडा में प्राचार्य से जब उन्होंने पूछताछ की तो उन्हें बताया गया कि व्याख्याता ने स्टे लेने के लिए मेडिकल की छुट्टी ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि निजी हितों के लिए शिक्षक को ट्रांसफर से बचाने झूठ का सहारा लिया जा रहा है। उन्होंने इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी श्री कौशिक से भी बात की तो उन्होंने कहा कि व्याख्याता को तुरंत रिलीव करने का निर्देश दिया गया है। इसके बावजूद अभी तक उन्हें रिलीव नहीं किया गया। आश्चर्य की बात यह है कि जिला शिक्षा विभाग भी इस मामले में प्राचार्य का साथ दे रहा है। किसी स्थानांतरित व्याख्याता को कोर्ट से स्टे लेने के लिए इस तरह की छूट देना गंभीर कदाचारण की श्रेणी में आता है। अब देखना है कि शाला विकास समिति की अध्यक्ष की उच्चस्तरीय शिकायत के बाद विभाग क्या कार्रवाई करता है। क्योंकि शनिवार की शाम तक व्याख्याता को रिलीव नहीं किया गया था।

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