चुनावी रण में सियासी चालः असम के CM हेमंता बिस्वा का सरकार पर हमला, बोले- महिलाओं को नहीं दिए ढाई हजार रुपये महीने, लेकिन तेलंगाना में देने की कर रहे घोषणा

रायपुर. असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा छत्तीसगढ़ दौरे पर हैं. जहां उन्होंने कई मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए सियासी हमला बोला है. उन्होंने कहा, परिवर्तन यात्रा के दौरान बड़ी तादाद में लोग जुड़ रहे हैं. चुनाव नजदीक आते-आते परिवर्तन की बड़ी लहर चलेगी. छत्तीसगढ़ में ऐसी सरकार बननी चाहिए, जहां किसी भी कोण में बाबर का नाम न रहे, रामलला का नाम रहे.आगे हेंमता बिस्वा ने कहा, प्रदेश सरकार को बेरोजगारी भत्ता के बजाय रोजगार देना चाहिए. बेरोजगारी भत्ता यहां के लिए कलंक है. महिला आरक्षण को लेकर जो बिल आया है, इसके लिए देश की जनता हमेशा पीएम मोदी का स्मरण करेगी. घर-घर जाकर शराब पहुंचाने का यहां सरकार ने काम किया है.उन्होंने यह भी कहा कि, छत्तीसगढ़ में महिलाओं को ढाई हजार रुपये महीने के नहीं दिए जा रहे हैं, लेकिन तेलंगाना में ढाई हजार महीने का देने की बात कांग्रेस करती है. छत्तीसगढ़ की जनता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धान खरीदते हैं. प्रदेश सरकार धान पर करीब 600 रुपये देकर राजीव गांधी का नाम देती है, लेकिन बाकी पैसा देकर भी प्रधानमंत्री अपना नाम नहीं देते हैं. आगे हेंमता बिस्वा ने यह भी कहा कि, प्रधानमंत्री के नाम से कांग्रेस को गुस्सा है. प्रधानमंत्री आवास नहीं बनाया. कांग्रेस कट्टर और कॉम्युनल पार्टी है, नहीं तो रामलला ताले के भीतर नहीं बैठ जाते. बीजेपी सर्वधर्म सम्भाव की पार्टी है, जो वसुधैव कुटुम्बकम की बात करती है. राहुल गांधी मोहब्बत की दुकान चलाते हैं, लेकिन दूसरी ओर असम में 900 लोग और दिल्ली में 3 हजार सिक्खों की यही लोग दंगे में हत्या करवाते हैं.

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