रेलवे स्टेशन में टीटीई के अवैध वसूली थमने का नाम नहीं ले रही

रायपुर रेलवे स्टेशन में टीटीई के अवैध वसूली थमने का नाम नहीं ले रही है. रोजाना टीटीई 2-3 स्टॉफ का समूह बनाकर रायपुर रेलवे स्टेशन आने वाले यात्रियों से वसूली कर रहे हैं. ऐसे ही एक टीटीई की करतूत  उजागर करने जा रहा है लेकिन अपनी करतूत उजागर होते देख टीटीई साहब भागने लगे और उनके पीछ-पीछे माजरा ये है कि अमरकंटक एक्सप्रेस से पति-पत्नी और बुखार से कराहता बच्चा ट्रेन से उतरे. दिखने में बेहद साधारण पति-पत्नी जब स्टेशन में उतरे तो उनके पास टिकट मोबाइल में थी. लेकिन काउंटर टिकट थी, इसलिए उन्हें इसकी ओरिजनल कॉपी अपने पास रखनी थी, लेकिन टिकट उनके परिवार के एक सदस्य बिलासपुर में लेकर उतर गए.रायपुर रेलवे स्टेशन में वीआईपी गेट में ड्यूटी कर रहे टीटीई हितेंद्र ने इन्हें अपने गेयर में लिया और नियमों के मुताबिक 700 रुपए जुर्माने की बात कही. टीटीई हितेंद्र ने वहां एक अन्य यात्री को भी रोककर रखा जिसके बाद अनाधिकृत लगेज था. लेकिन दिखने में भोले-भाला यात्री को अपना टारगेट बनाया और दूसरे यात्री को जाने दिया. इस बात की सत्यता वहां लगे सीसीटीवी कैमरे से जांची जा सकती है.इसके बाद टीटीई साहब ने वीआईपी गेट के सेंटर की आड़ बनाई और धीरे से 300 रुपए भोले-भाले यात्री से ले लिए. ये सारी करतूत की टीम के सामने ही हो रहा था. पैसे लेने के बाद जैसे ही यात्री बाहर निकला हमने उनसे पूरी जानकारी ली. तो यात्री ने बताया कि उससे 300 रुपए लिए गए है, जिसकी रसीद नहीं दी गई है और बाकी राशि 400 रुपए उसे ऑनलाईन ट्रांसफर करने के लिए कहा गया है. यात्री का दावा था कि टीटीई ने उसे अपना नंबर दिया है, जिसके बाद उसने रसीद देने की बात कही.

ऑन कैमरा टीटीई का कबूलनामा, पैसे लिए… बाद में रसीद काट दूंगा

Video 2: ऑन कैमरा कबूलनामा… मैंने 300 रुपए लिए, अब गलत रसीद काट दूंगा… (लेकिन हस्ताक्षर कौन करेगा, पूछा तो फिर मुंह घुमा लिया) #lalluram #Raipur #Railway #TTE #TTE #trend Ministry of Railways, Government of India Drm RaipurPosted by Pratik Chauhan on Tuesday, February 20, 2024

दौड़ लगाने के बाद रिश्वत लेने वाले टीटीई ने  कैमरे में ये कबूला कि उसने उक्त यात्री से 300 रुपए लिए है. ऑन कैमरे उसने ये कहा कि अब वे उसकी रसीद डब्ल्यूटी दुर्ग से रायपुर की काट देगा. यानी गलत जानकारी भरकर. क्योंकि यात्री तो बिलासपुर से रायपुर पहुंचा था. अब सवाल ये है कि रसीद में हस्ताक्षर कौन करेगा ? क्योंकि यात्री तो स्टेशन से चले गए थे. अब सवाल ये है कि ये रिश्वत की राशि उक्त टीटीई कहां एडजस्ट करेगा और रेलवे इस मामले में कोई कार्रवाई करेगी या नहीं ?

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