बिलासपुर. दीपावली के बाद ठीक गोवर्धन पूजा के अवसर पर एसएसपी रजनेश सिंह ने बहुत दिनों के बाद मातहतों के फेरबदल की सूची जारी कर काम काज में बदलाव किया। टीआई , एसआई से लेकर एएसआई तक 13 को इधर उधर किए जाने की चर्चा विभाग में जोरो पर है और वजहों की तलाश की जा रही कि पुलिस कप्तान ने किसे, किस कारण और क्यों बदल दिया।
तबादला सूची में पहला नाम सीनियर टीआई राहुल तिवारी का है सूत्रों की माने तो श्री तिवारी की अनुभवी पुलिसिंग एसएसपी की नजरों में ठीक ठाक ही चल रही थी। लेकिन बीते दिनों तलवार लहरा रहे एक आरोपी का विडियो सामने आने और उसकी गिरफ्तारी नहीं होना बाल की खाल निकालने वाला साबित हो सकता है। जिस वजह से टीआई तिवारी को कोनी थाने से हटा कर पुलिस नियंत्रण कक्ष शिफ्ट कर दिया गया। जबकि टीआई तिवारी ने उक्त आरोपी को गिरफ्तार करने हर संभव प्रयास किया था।
तबादला में दूसरा नाम हाल ही में टीआई प्रमोट हुए भावेश शेडे का है जो कि जिले में आने के शुरू से गंभीर बने हुए हैं और उनके कम बात करने की शैली से आमजनों को उनके व्यवहार को भांप पाना जरा मुश्किल होता है। सूत्रों कि माने तो इसके बाद भी टीआई भावेश शेडे को प्रमोशन के बाद एक बड़ा थाना देने की प्लानिंग थी और उन्हे मौका दिया गया।
टीआई गोपाल सतपथी,इस लिस्ट में टीआई सतपथी का नाम बेहद चौंकाने वाला है। बताया जाता है कि लिस्ट पहले ही तैयार हो गई थी। जिसमें टॉयलेट कांड के बाद टीआई सतपथी का नाम अचानक जुड़ गया है उन्हें रेंज साइबर में पोस्टिंग दी गई। देश के पीएम नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सुशासन तिहार में लगे फोटो फ्लेक्स टॉयलेट के बाहर लटकाए जाने की घटना के बाद क्षेत्र के भाजपाइयों को मौका मिल गया और टीआई सतपथी की थानेदारी में अवैध शराब, जुआ, सट्टा और अनेक तरह के अवैध कारोबार फलने फूलने का आरोप लगाया। जिसके बाद एसएसपी ने एक्शन लेते हुए टीआई का नाम इस लिस्ट में जोड़ दिया। विभाग के एक पक्ष मे चर्चा है कि सायबर रेंज मे पोस्टिंग टीआई सतपथी को प्रमोट करना है तो वही दूसरा धड़ा इसे लूप लाइन मान रहा है।

टीआई राजेश मिश्रा, जिले में सब से गंभीर और शांत काम से काम तक में टीआई राजेश मिश्रा की गिनती होती है। श्री मिश्रा को काफी समय रेंज साइबर में हो गया था और सीपत थाना जिले के बॉडर होने के साथ एनटीपीसी को ध्यान ने रखते हुए सेंसेटिव भी माना जाता है,हो सकता है इसलिए अनुभव के आधार पर श्री मिश्रा की पोस्टिंग की गई है।
एसआई राज सिंह, इनका नाम भी गंभीर और अफसरों की मंशा अनुरूप काम काज करने को लेकर जोड़ा जाता है। कोटा थाना इंचार्ज रहने के बाद बेलगहना, बेहतर समय काट लिया और अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए उधर से निकाल कर विवादित पचपेड़ी थाना में पोस्टिंग दी गई है ताकि उस क्षेत्र की पुलिसिंग बैलेंसिंग हो सकें।
एसआई श्रवण टंडन, पचपेड़ी थाना प्रभारी रहते हुए विवादों से गहरा नाता, लेनदेन के मामले में नाम उछला, इनके कार्यकाल में क्षेत्र की पुलिसिंग बिगड़ती रही, हालांकि एसएसपी ने कुछ सोच के ही सरकंडा थाने भेजा है जो काफी बड़ा है।
प्रमोटी.
एसआई हेमंत सिंह, पहले भी बेलगहना में पोस्टिंग काट चुके, तबादला आदेश जारी होने के कुछ देर बाद ही खबरें भी आने लगी कि इनके आने से क्षेत्र की जनता में खुशियों की लहर, मनचाही पोस्टिंग मिल गई, आदेश चर्चा में.
एसआई अवधेश सिंह, जिले के पुराने दुबराज, प्रमोशन के बाद से ही इंचार्ज बनने की जुगत, टारगेट की तलाश थी और हुआ भी वहीं, सरकंडा थाना से सीधा चौकी प्रभारी मल्हार,सूत्रों की माने तो प्रमोटियों ने इंचार्ज बनने इधर उधर से फोन भी लगवाया और सफल हुए। बाकी जिन्हें भी पुलिस लाइन भेजा गया उनकी छूट पुट शिकायत एसएसपी को मिलना बताया जा रहा है।
शहर के बड़े थाने भी चर्चा में.
बीते दिनों से शहर के बड़े थाने भी चर्चा में है। दो थाने को तो प्रमोटी थानेदार हैंडल कर रहे और काफी दिनों से टीके हुए हैं तो वही एक दो देहात के थाने भी है जिनके अदला बदली की सूबे में चर्चा चल रही है।
एसएसपी से नहीं हो पाया संपर्क.
मातहतों की नस नस को वाकिब एसएसपी रजनेश सिंह ऐसे ही जिले में स्टॉफ से काम नहीं लेते, एसएसपी की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि कोई लगाम से बाहर नहीं जाता और जो अनकंट्रोल होता है उसे सीधा बाहर का रास्ता दिखाने में एसएसपी नहीं चूकते,उनका सीधा कहना है कि अगर थाना नहीं संभल रहा तो बताओ, खैर प्रशासनिक दृष्टिकोण वाली ट्रांसफर लिस्ट के बारे मे चर्चा करने एसएसपी रजनेश सिंह को ' OMG NEWS ' ने कॉल किया था लेकिन फोन कनेक्ट नही हो पाया।



