“गोरीगामा पंचायत में होगा कैंसर पर शोध“

मुजफ्फरपुर। मीनापुर की गोरीगामा पंचायत में एक महिला की कैंसर से मौत होने के बाद मरने वालों की संख्या 38 हो गई है। इधर गांव में चिह्नित दो मरीजों को भर्ती कराया गया है। मालूम हो कि गांव में शिविर लगाकर कैंसर के मरीज चिह्नित किए गए थे। इनका इलाज कराने के लिए शुक्रवार को टीम लेने आई थी। इस दौरान टीम को मालूम हुआ कि कैंसर से पीड़ित कांति देवी की गुरुवार को ही मौत हो गई।

शिविर में चार की पहचान

गांव में पिछले दिनों स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया। इसमें राज्य कैंसर पदाधिकारी डॉ.अजय शाही व आइडीएसपी की महामारी विशेषज्ञ डॉ.रागनी मिश्रा की देखरेख में जांच की गई। 94 मरीज आए, जिसमें चार में कैंसर की पहचान की गई। उनको इलाज के लिए महावीर कैंसर संस्थान में भर्ती कराने पर पहल की गई। इसमें से दो का इलाज चल रहा है। एक मरीज बगल के रून्नीसैदपुर बलान टोला का है। शुक्रवार को मीनापुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अजय कुमार पांडेय ने एंबुलेंस गांव में भेजी, लेकिन बगल के जिले वाला मरीज तैयार नहीं हुआ।

कैंसर का डेंजर जोन बनी गोरीगामा पंचायत,

पीने के पानी की जांच में सामान्य रिपोर्ट है। सिविल सर्जन डॉ. ललिता सिंह ने बताया कि वहां पर पानी की जांच कराई गई, लेकिन किसी तरह की निगेटिव रिपोर्ट नहीं मिली। दो मरीज मिले, जिनका इलाज चल रहा है।

गोरीगमा गांव में कांति देवी पति विशुन राम, शिवशंकर सिंह पिता रामविलास सिंह, लक्ष्मेश्वर सिंह पिता रामलगन सिंह, कपिलदेव नारायण सिंह पिता चलितर सिंह, बालेश्वर सिंह पिता ब्रह्मदेव सिंह, उदय नारायण सिंह पिता शिवशंकर सिंह, संजय सिंह पिता विश्वनाथ सिंह की मौत कैंसर से हुई है।

पटना ,एकीकृत रोग निगरानी परियोजना,वरीय एपीडेमोलिजिस्ट,डॉ. रागनी मिश्रा ने कहा कि बीमारी के कारण को पता लगाने के लिए इलाज के साथ-साथ महावीर कैंसर संस्थान की टीम से इसको पता लगाने के लिए शोध कराया जाएगा। वहां के वरीय अधिकारी से संपर्क किया जा रहा है,

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