अकाल और बैंक कर्ज से तंग किसान फांसी पर झूला..

बिलासपुर. अकाल की वजह से कर्ज में डूबे किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।गौरेला के ग्राम पिपरिया में हुई इस घटना में मृतक द्वारा बैंक का लोन नहीं चुका पाने की बात सामने आ रही है। इसके कारण मानसिक रूप से परेशान किसान ने मौत को गले लगा लिया।

पेंड्रा पुलिस के अनुसार ग्राम पिपरिया निवासी सुरेश सिंह मरावी पिता निरंजन सिंह मरावी (40) पेशे से किसान था। उसने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की लरकेनी शाखा से खेती-किसानी के लिए डेढ़ लाख रुपये का कर्ज लिया था। कर्ज की राशि जमा नहीं करने पर उसे बैंक से नोटिस मिला था। सुरेश सिंह को अपने दो भाइयों व चार बेटियों की शादी भी करनी थी। सूखा पड़ने से फसल चौपट हो गई। इसके चलते आर्थिक तंगी के कारण वह मानिसक रूप से परेशान रहता था। गुरुवार को वह अपने ससुराल ग्राम कुदरी आया था। उसकी पत्नी व बच्चे भी यहीं थे। शाम करीब छह बजे वह कमरे का दरवाजा बंद कर फांसी के फंदे पर झूल गया। इस बीच परिजन को इसकी भनक नहीं लगी। जब तक उन्होंने देखा, तब उसकी लाश फंदे पर लटक रही थी। इस घटना की जानकारी आसपास के लोगों के साथ ही थाने में दी गई। पुलिस मामले में मर्ग कायम कर जांच कर रही है।

आज पीएम और विरोध..

इधर इस मामले को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने रोड़ पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन किया।जिसके चलते काफी देर तक आवागमन बंद रहा वही मौके पर पहुचे एसडीओपी अभिषेक सिंह की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।पेंड्रा पुलिस को परिजनों ने रो-रोकर कर्ज से परेशान होने की जानकारी दी। शव का पंचनामा करने के बाद लेकिन, रात होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सका।

पहले भी की थी कोशिश..

मृतक के भाई मोहन मरावी ने बताया कि सुरेश ने पूर्व में भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी। लेकिन, उस समय घरवालों को इसकी भनक लग गई और उसे बचा लिया गया था। सूखा राहत व मुआवजा तक उसे नहीं मिला था। वहीं बैंक का कर्ज चुकाने की चिंता अलग थी।

जांच जारी.टीआई..

टीआई सुशीला टेकाम ने बताया कि प्रारंभिक जांच में परिजन ने बैंक कर्ज से परेशान होकर उसके आत्महत्या करने की बात कही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। शुक्रवार को शव के पोस्टमार्टम के बाद जानकारी ली जाएगी।

फसल बीमा का करोड़ो लेकर कंपनी फरार- शैलेश..

कांग्रेस प्रवक्ता शैलेश पांडे ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि एक तरफ किसान और दूसरी ऒर सीबीआई की प्रताड़ना से व्यापारी ने आत्महत्या कर रहे हैं । रमन सरकार में हर तरफ हाहाकार है। वह इन मामले में लीपा पोती कर रही है। फसल बीमा का कंपनी करोड़ों रुपये लेकर फरार हो गई है। किसानों को एक 1- 2 पैसे 2 रुपए 4 भुगतान किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि यह किसान अन्नदाता किसानों की हत्या की दोषी है। पेंड्रा के किसान की मौत का जनता हिसाब लेगी।

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