'OMG' एसपी साहब तुसी ग्रेट हो: सनातन की रक्षा के लिए भजन में थिरके कप्तान भोज राम.

• सुशासन सरकार में जिनके नाम में ही प्रभु श्री राम का नाम जुड़ा हो ऐसे आईपीएस अफसर की जमकर हो रही तारीफ.



मुंगेली. सनातन को प्रोत्साहित करने वाली प्रदेश सरकार मे राम राज्य है तभी तो जिले के पुलिस कप्तान भोज राम पटेल भजन पर पूरे मनोभाव से थिरक रहे हैं और उनकी श्रद्धा और आस्था भगवत लीन है और इतनी लीन है कि पुलिस कप्तान वेशभूषा का ध्यान भी नहीं रख सके।


अध्यात्म का आलम ऐसा कि कथा, भागवत, भजन कीर्तन और भी बहुत कुछ जिसमें इंसान चाहे वो आम हो या खास फिर सुशासन सरकार के राम राज्य में नौकरशाहों को ही ले लिजिए, भगवान से जुड़ने कि आस्था ऐसी कि सब कुछ शिथिल हो जाता है। ऐसा ही एक विडियो सोशल मीडिया पर खूब तैर रहा है। जिसमें जिले के एसपी भोज राम पटेल भजन में पब्लिक के बीच आस्था में तैरते नजर आ रहे हैं। व्यास पीठ पर विराजमान पंडित पुरोहित और बाके बिहारी की देख जटा मेरो मन होय लटा पटा के भजन पर युवा आईपीएस अफसर पटेल को मंत्र मुग्ध होते देख लोग भी अध्यात्म में लटा पटा होते नजर आ रहे हैं। सब से अच्छी बात तो ये है कि एसपी सनातनी का धर्म निभाते माथे पर टिका चंदन लगाए अपनी वेशभूषा में थिरके हुए लोगों को भी थिरकने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं।

https://youtu.be/BC_tB2pCWC4?si=Pt6Wq_9qYRDMrMWr


इस विडियो के सामने आने के बाद सुशासन सरकार के राम राज्य में युवा अफसर की जमकर तारीफ हो रही है और कहा जा रहा है कि सरकार की मंशा के अनुरूप अगर काम करना है तो इसका जीता जागता उदाहरण एसपी भोज राम पटेल ने दिया है और सब से अच्छी बात कि अपने बीच वो भी पारंपरिक वेशभूषा में बिना लाग लपेट एसपी पटेल को थिरके देख जिले की जनता भी खूब खुश हो रही है।


अध्यात्म के आगे सब कुछ शिथिल लेकिन ?


वैसे बाके बिहारी की देख जटा मेरो मन होय लटा पटा के भजन में वेशभूषा में लट पट होते एसपी भोज राम पटेल के इस वीडियो के वायरल होने के बाद

कानून के जानकारों का कहना है कि,पुलिस की वर्दी पहनकर डांस करना आमतौर पर गलत है, क्योंकि इससे वर्दी की गरिमा और पुलिस की पेशेवर छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह पुलिस की आचार संहिता के खिलाफ है और पुलिस के सम्मान के अनुरूप नहीं है। कुछ राज्यों में पुलिस विभाग ने वर्दी पहनकर रील्स बनाने और डांस करने पर प्रतिबंध भी लगाया है।


कारण कि यह गलत क्यों है:

गरिमा का हनन:


पुलिस की वर्दी सिर्फ एक परिधान नहीं है, बल्कि यह सम्मान, कानून और सुरक्षा का प्रतीक है। वर्दी में डांस करना इस गरिमा को कम करता है।


पेशेवर छवि को नुकसान:


पुलिस का काम समाज में व्यवस्था बनाए रखना है। वर्दी पहनकर डांस करने से पुलिसकर्मी की पेशेवर छवि धूमिल होती है, जिससे जनता का भरोसा कम हो सकता है।


पुलिस के कर्तव्यों से भटकाव:


पुलिस की वर्दी पहनने वाले व्यक्ति से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने कर्तव्यों का पालन करे। डांस करने से यह कार्य से ध्यान भटकाता है।


कानूनी नियम:


कई पुलिस विभागों ने इस तरह की गतिविधियों को रोकने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं, क्योंकि यह अनुशासनहीनता मानी जाती है।

इसलिए, पुलिसकर्मियों चाहे अफसर क्यों न हों,को अपनी ड्यूटी के प्रति समर्पित रहना चाहिए और वर्दी की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।








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