बिलासपुर. परशुराम ब्राह्मण समाज के बूते एक बार फिर बटुकों का निशुल्क उपनयन (जनेऊ) संस्कार होने जा रहा है। नई पीढ़ी को हिंदू समाज की पुरानी रीति नीति सिखाने के उद्देश और समाज की संस्कृति से कोई अछूता न रहे की सोच लेकर परशुराम ब्राह्मण समाज ने आयोजन का आगाज किया है। जिसकी तैयारियां शुरू हो गई है।
आगामी 25 अप्रैल गुरुवार को एक बार फिर घोंघा बाबा मंदिर परिसर में स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर बटुकों के उपनयन संस्कार का साक्षी बनेगा। जिसका जिम्मा परशुराम ब्राह्मण समाज ने उठाया है। सुबह 8 बजे से कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी जो अनुमानित शाम 6 बजे तक मूर्त रूप लेगा। बटुकों का जनेऊ संस्कार की सन से खास बात यह है कि परशुराम ब्राह्मण समाज की महिला विंग श्रीमती राजश्री मिश्रा श्रीमती रेखा पांडेय व अन्य की टीम इस आयोजन को निशुल्क करवा रही है जो भी आयोजन में भाग लेने उनसे संपर्क करता है तो उसे बड़ी खुशी से बटुकों के उपनयन संस्कार कार्यक्रम में भाग लेने आमंत्रित कर रही है।
पहले भी हो चुका आयोजन.
बटुकों के उपनयन संस्कार के बारे में ‘OMG NEWS NETWORK’ को परशुराम ब्राह्मण समाज आयोजनकर्ता श्रीमती राजश्री मिश्रा ने बताया कि इससे पहले भी करीब 6 बार बटुकों के उपनयन संस्कार का आयोजन इसी श्री खाटू श्याम मंदिर में किया जा चुका है। बस कोरोना के समय आयोजन की तिथि को आगे पीछे करना पड़ा था। इस बार भी हमारी भव्य तैयारी है। निशुक्ल उपनयन संस्कार में हमारी टीम ने एक बटुक के परिवार से दस सदस्यों के भोजन की व्यवस्था की है वही पंडित जी के साथ मंडप और अन्य आवश्यक सारी चीजें परशुराम ब्राह्मण समाज आयोजन समिति की ओर से बटुकों को दी जाएगी।
ये लाना होगा.
वैसे तो परशुराम ब्राह्मण समाज की महिला विंग द्वारा बटुकों के उपनयन संस्कार की सारी व्यवस्था निशुल्क की गई है लेकिन बटुकों और उनके परिवार के लोगों का समय का विशेष ध्यान रखना होगा और समय से एक घण्टे पहले आना होगा,अपने साथ एक जोड़ी नई चप्पल, कपड़ा (अंडर वियर,बनियान, टावेल) और सब से जरूरी मां की तरफ से दी जानी वाली भिखी का सारा सामान लाना होगा।
कोई टारगेट नही.
नई पीढ़ी को हिंदू समाज की पुरानी रीति नीति सिखाने के उद्देश और समाज की संस्कृति से कोई अछूता न रहे का ध्येय लेकर परशुराम ब्राह्मण समाज के द्वारा उपनयन संस्कार का आयोजन किया जाता है। श्रीमती मिश्रा ने बताया कि हमारा ऐसा को भी टारगेट नही होता जितने फार्म जमा होते है उस हिसाब से तैयारियां की जाती है अमूमन 100 तो कभी इससे ज्यादा भी बटुक आयोजन में भाग लेते है। उपनयन संस्कार करवाने वाले बटुक परिवार घोंघा बाबा श्री खाटू श्याम मंदिर परिसर में स्थित श्री हनुमान मंदिर के पुजारी श्री सुनील महाराज के पास अपना फार्म जमा करवा सकते है। जिसके लिए बटुक की एक पासपोर्ट साइज फोटो और आधार कार्ड की फोटो कॉपी अगर बटुक का आधार कार्ड नही है तो उनके माता पिता का आधार कार्ड की कॉपी आवश्यक है।