वीडियो – CG के कांग्रेस विधायको का परफारमेंस पुअर बताने वाले NCP नेताओ की प्रदेश प्रवक्ता विश्वास की वजह से हुई फजीहत, पहले महिला भिड़ी बची कसर पत्रकारों ने उतारी. जानिए पूरा मामला.

बिलासपुर. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में के आलाकमान शरद पवार के इस्तीफे की घोषणा के बाद एनसीपी की पार्टी में अफरा तफरी का माहौल बन गया। इस मसले को लेकर पार्टी का हर पदाधिकारी और कार्यकर्ता अपने नेता शरद पवार के इस्तीफे को मानने तैयार ही नहीं हो रहे हैं और सब एक सुर में उनसे इस्तीफा वापस लेने की गुहार लगा रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष नोबेल वर्मा समेत अन्य नेताओं ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा कर अपनी बात रखी,वही प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद शहर की एक चर्चित एडवरटाइजमेंट एजेंसी की संचालिका ने पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता निलेश विश्वास को राघवेंद्र राव सभा भवन परिसर में लेन देन की बात को लेकर जमकर खरी खोटी सुनाई इधर अपना बचाव करने के लिए निलेश विश्वास उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर पत्रकारों पर आरोप लगाने लगा तब पत्रकारों ने भी तमाम एनसीपी के नेता और कार्यकर्ताओं की भीड़ में प्रदेश प्रवक्ता की नेतागिरी निकाल दी।

शुक्रवार को प्रेस क्लब के बाहर उस वक्त माहौल बिगड़ गया जब एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष नोबेल वर्मा और पार्टी के पदाधिकारियों – कार्यकर्ताओं के साथ तमाम पत्रकारों की उपस्थिति में शहर के एक एडवरटाइजमेंट एजेंसी की चर्चित महिला संचालक लेनदेन की बात को लेकर एनसीपी के प्रदेश प्रवक्ता निलेश विश्वास से भिड़ गई। महिला ने आरोप लगाया कि एनसीपी नेता विश्वास ने उसका कुछ पेमेंट रोक कर रखा है। जिसे देने में वह लगातार टालमटोल कर रहा है। इधर एनसीपी नेता विश्वास का कहना था कि जब मैंने लाखों रुपए का पेमेंट एडवरटाइजमेंट एजेंसी को कर दिया है तो बाकी की पेमेंट भी दे दूंगा इसमें मुझे कोई हर्ज नहीं है लेकिन बार-बार तारीख देने और पेमेंट को लेकर घुमाने से गुस्साई महिला ने निलेश विश्वास एक न सुनी और हरे राघवेंद्र राव सभा भवन परिसर में उसे जमकर खातिरदारी की यह सारा माजरा एनसीपी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वर्मा और अन्य पार्टी से जुड़े लोगों के सामने हुआ जो मुखदर्शक बनकर प्रदेश प्रवक्ता विश्वास की फजीहत को देखते रहे।

पत्रकारों ने उतारी नेतागिरी.

वैसे तो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता निलेश विश्वास पिछले कुछ दिनों से अपनी नेतागिरी के दम पर खुद को तीरंदाज मान रहे हैं,कुछ एक सार्वजनिक मंच पर उन्होंने प्रोग्राम कराने के बहाने फंड लेने का आरोप पत्रकारों पर लगाया भी है। लेकिन शुक्रवार को उल्टा हो गया हुआ हुआ यूं कि जब एडवर्टाइजमेंट एजेंसी की महिला संचालक निलेश विश्वास को भारी भीड़ के सामने धर- धर के धो रही थी।

(पत्रकारों पर बेबुनियाद आरोप लगाते निलेश विश्वास का यह वीडियो,जिसमे कुछ जगह अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया गया है,इसलिए वीडियो को म्यूट कर दिया गया है)

तो अचानक निलेश विश्वास के अंदर का नेता जाग गया। उसने तुरंत पासा पलटा और पत्रकारों पर पैसे लेने का आरोप लगाने लगा ताकि का मुद्दा ध्यान से भटक जाए। लेकिन यह आरोप प्रेस क्लब के बाहर खड़े कुछ पत्रकारों को नागवार गुजरी और कुछ एक पत्रकारों और कैमरामैन ने उससे से कब,कितना और किसे पैसे दिया हो का हिसाब मांगा। इधर पत्रकारों के गुस्से को देख निलेश विश्वास ठंडा पड़ गया और अपनी बात मोल्ड कर समाज में अपनी भूमिका की कथा का बखान करने लगा और थोड़ी देर बाद चुपचाप प्रेस क्लब परिसर से नौ दो ग्यारह हो गया।

प्रदेश प्रवक्ता ने फोन पर नहीं की बात.

‘OMG NEWS’ ने महिला से हुए विवाद की वजह जानने एनसीपी के प्रदेश प्रवक्ता निलेश विश्वास के मोबाइल नंबर पर संपर्क किया, लेकिन उन्होंने अपना फोन कट कर दिया और मैसेज के माध्यम से कहा कि सर मैं इस समय यात्रा कर रहा हूँ। कल सुबह आपको फोन करूंगा, कृपया मुझे मेरा विनम्र अनुरोध करने दें।

इधर प्रदेश अध्यक्ष वर्मा ने पत्रकारों से कहा कि.

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के इस्तीफे की घोषणा ने पार्टी में खलबली मचा दी है। पार्टी में उनसे जुड़ा हर कार्यकर्ता और पदाधिकारी शरद पवार के इस्तीफे को मंजूर करने तैयार नहीं है। यही कारण है कि लगातार उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपना इस्तीफा वापस ले लें। छत्तीसगढ़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नोबेल वर्मा ने कहा कि अगर पार्टी में शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल नहीं तो नोबेल वर्मा सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारी भी पार्टी के साथ नही रहेंगे। शुक्रवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि शरद पवार के इस्तीफे से नाराज होकर उन्होंने भी छत्तीसगढ़ की प्रदेश इकाई के तमाम विंग के सभी पदाधिकारियों के साथ अपने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे चुके हैं। प्रारंभिक मेंबर जरूर बने रहेंगे। इस बीच खबर आई की शुक्रवार की सुबह एक कमेटी का गठन किया गया है कमेटी तय करेगी कि शरद पवार का इस्तीफा मंजूर किया जाए या ना किया जाए, इसलिए नोबेल वर्मा ने कहा कि वे अपने इस्तीफों को वापस ले रहे हैं, और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में तन मन धन से जुट गए हैं।पूर्व विधायक ने आगे कहा कि शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल ही पार्टी की रीढ़ हैं और उनके बगैर पार्टी की पहचान नहीं है। जिसके कारण अधिकांश कार्यकर्ता पदाधिकारी पार्टी से बाहर हो जाएंगे। शरद पवार भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ देश में एक मोर्चा तैयार करा रहे हैं इसलिए भी उनका पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बने रहना जरूरी है। छत्तीसगढ़ की राजनीति पर उन्होंने कहा की 15 साल की भाजपा सरकार की ही तरह कांग्रेस की साढे 4 साल की सरकार का भी हाल भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। उन्होंने दावा किया अगर वर्तमान विधायकों को कांग्रेस पार्टी अगर फिर से टिकट दे देती है तो आधे से ज्यादा विधायक हार जाएंगे। श्री वर्मा ने इस संभावना से इनकार नहीं किया है कि आगामी दिनों में एनसीपी का भी विधायक मुख्यमंत्री बन सकता है। उन्होंने इस बात को झारखंड से जोड़ा।

बिलासपुर जिले के संभावित प्रत्याशियों के साथ पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह कहा कि कांग्रेस के साथ चुनावी समझौता होगा या नहीं अभी नहीं कहा जा सकता, लेकिन उन्होंने नाराजगी कांग्रेस पर जमकर निकाली। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो परफॉर्मेंस कांग्रेस का अभी दिखाई दे रहा है वह इन्हें सत्ता से बाहर करने के लिए पर्याप्त है। उन्होंने एक ऑडियो भी सुनाया जिसमें एक कांग्रेसी विधायक द्वारा पार्टी के कार्यकर्ताओं,क्षेत्र के नागरिकों के पीछे अनाप-शनाप खर्चा करने की बात कह रहे हैं।उन्होंने कहा कि साल के वेतन से 4 गुना ज्यादा खर्चा किया जाना जमकर भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश महासचिव संजय सिंह चौहान,प्रदेश प्रवक्ता नीलेश विश्वास,प्रदेश महामंत्री पुरषोत्तम पांडेय सहित अन्य पदाधिकारी,कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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