4 साल से अटकी हुई बहुप्रतीक्षित सब इंस्पेक्टर की प्रारंभिक परीक्षा हुई संपन्न पूछे गए डीजीपी के नाम प्रदेश में थानों की संख्या समय पुलिस एकेडमी के बारे में प्रश्न.

रायपुर.2018 से अटकी हुई बहुप्रतीक्षित सब इंस्पेक्टर भर्ती की प्रारंभिक लिखित परीक्षा आखिरकार रविवार को संपन्न हो गई। प्रदेश के पांचों संभाग मुख्यालयों में लिखित परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें प्रदेश के डीजीपी के नाम,थानों की संख्या व पड़ोसी नक्सल प्रभावित राज्य,साइबर क्राइम डायल नंबर समेत पुलिस एकेडमी के बारे में प्रश्न पूछे गए। ज्ञातव्य है कि 6 नवंबर को होने वाली लिखित परीक्षा स्थगित होने के बाद उसे आज सभी संभाग मुख्यालयों में आयोजित की गई थी।

पूर्व की भाजपा सरकार ने सन 2018 में सब इंस्पेक्टर,आरआई, सूबेदार, प्लाटून कमांडर, सब इंस्पेक्टर विशेष शाखा व अंगुल चिन्ह के 650 पदों पर भर्ती हेतु वैकेंसी निकाली थी। फॉर्म फिलअप करने के बाद भर्ती परीक्षा का शेड्यूल ही जारी नहीं हुआ था। इस बीच राज्य में सरकार बदली और अभ्यर्थियों की मांग पर कांग्रेस की सरकार ने पदों की संख्या बढ़ाकर 971 करते हुए एक बार फिर से नए अभ्यर्थियों को भी फार्म भरने का मौका दिया। पर फार्म भरने के काफी दिनों के बावजूद भी परीक्षा की कोई प्रक्रिया ही शुरू नही की गई। जिसके लिए अभ्यर्थियों ने पैदल रैली, कैंडल मार्च, धरना प्रदर्शन समेत आंदोलन करते हुए जल्द से जल्द परीक्षा आयोजित करने की मांग सरकार से की थी। अभ्यर्थियों की मांग पर सरकार ने भर्ती परीक्षा का आयोजन शुरू किया, जिसके लिए प्रथम चरण में शारीरिक नापजोख व दक्षता परीक्षण की कार्यवाही 5 जुलाई तक संपन्न कर ली गई थी। शारीरिक मापदंड में पात्र पाए गए अभ्यर्थियों के लिए प्रारंभिक लिखित परीक्षा का आयोजन 6 नवंबर को किया जाना था,पर आरक्षण के मुद्दे के चलते यह परीक्षा टल गई। जिसके बाद एक बार फिर अभ्यर्थी धरना प्रदर्शन समेत विभिन्न माध्यमों से परीक्षा आयोजित करने की मांग कर रहे थे।

आरक्षण का मुद्दा फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में है और वहां से कोई निर्णय ना होने के बावजूद भी राज्य सरकार ने अभ्यर्थियों की मांग पर अभ्यर्थियों के हितों को देखते हुए परीक्षा का आयोजन करने का निर्णय लिया। जिस के क्रम में आज 29 जनवरी को संभाग के पांचों मुख्यालयों में सब इंस्पेक्टर की भर्ती परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में काफी बड़ी संख्या में युवा अभ्यर्थियों के साथ पुलिस में सिपाही के पदों पर कार्य कर रहे शामिल हुए। हालांकि परीक्षा में युवतियों की संख्या अपेक्षाकृत कम दिखी।

सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में पुलिस विभाग से जुड़े प्रश्न भी काफी संख्या में पूछे गए। जिनमें राज्य में कुल पुलिस थानों की संख्या समेत सलवा जुडूम के शुरुआत का वर्ष पूछा गया। साथ ही नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ राज्य को देखते हुए प्रदेश के ऐसे पड़ोसी राज्य का नाम पूछा गया जो नक्सल प्रभावित नहीं है। इसके उत्तर के लिए उड़ीसा, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु विकल्प दिए गए थे। प्रदेश के वर्तमान पुलिस महानिदेशक कौन है? भी पूछा गया था। इस प्रश्न के विकल्पों में अभिषेक पल्लव, अशोक जुनेजा, मिलना कुर्रे, व सुजीत कुमार के नाम दिए गए थे। साथ ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस राज्य पुलिस अकादमी कहां स्थित है? यह भी पूछा गया था इसके अलावा कंप्यूटर के सेक्शन में साइबर क्राइम के विषय में शिकायत दर्ज करने हेतु कौन सा हेल्पलाइन नंबर है? यह प्रश्न पूछा गया था। शस्त्र के संबंध में प्रश्न करते हुए पूछा गया था कि कितने बोर की बंदूक सामान्य नागरिकों के उपयोग के लिए प्रतिबंधित है?

पुलिस विभाग के अलावा राज्य के नगरीय प्रशासन मंत्री का नाम, प्रदेश सरकार की बहुचर्चित गोधन न्याय योजना के लागू होने की तिथि, तूहर पौधा तूहर द्वार कार्यक्रम के शुरू होने की तिथि, दल्ली राजहरा लौह अयस्क क्षेत्र के मालिक प्रतिष्ठान के संबंध में, महासमुंद जिले में स्थित वन्यजीव अभयारण्य, प्रदेश में वन भूमि का प्रतिशत, कलचुरी शासकों के बारे में प्रश्न पूछे गए थे। गणित व तर्कशक्ति के प्रश्न जहां उलझाने व समय लेने वाले थे, वही हिंदी वह अंग्रेजी भाषा के प्रश्न काफी सरल थे। बिलासपुर जिले में स्थित सेंटर में आरक्षक पवन बंजारे, अमित सिंह, प्रहलाद जोशी, निखिल जाधव, मुरली भार्गव ने सब इंस्पेक्टर बनने हेतु परीक्षा दिलाई आरक्षक निखिल जाधव ने बताया कि सिपाही की नौकरी में सैलरी तो पर्याप्त है और वे इससे संतुष्ट भी हैं पर वह और बड़े पद पर जाकर विभाग की और अच्छे से और वृहद रूप से सेवा देना चाहते हैं इसके लिए उन्होंने 2018 में फॉर्म भरा था और अब तक प्रयासरत होकर तैयारी कर रहे थे आखिरकार परीक्षा हुई और पेपर अच्छा गया उम्मीद है कि उनका चयन मुख्य परीक्षा के लिए हो जाएगा।

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