‘OMG’ की खास पड़ताल, जेल सुधार नही यातना गृह क्रमशः6- जेल को बचाने अफसरों के ड्राइवर भी सुभान अल्लाह.

बिलासपुर. सेंट्रल जेल अफसरों की जिला प्रशासन और हुकूमत में लेनदेन की साठगांठ तो सब जानते है। लेकिन ‘OMG NEWS NETWORK’ की पड़ताल में पाया गया कि यहां हर मुलाजिम सेट है। साहब जाए चूल्हे में ड्राइवर भी कम करामाती नही है। कलेक्टर हो या कोर्ट या शासन से कोई भी अफसर जब जेल की जांच के लिए आते है तो उनके ड्राइवर पहले ही खुरचन पानी के चक्कर में सूचना लीक कर देता है और साहबो के जेल निरीक्षण में आने से पहले जेल की सारी व्यवस्था साफ सुथरी कर ली जाती है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि जेल की चारदीवारियों के भीतर ही नही बल्कि बाहर भी हरिराम नाई दूसरे विभागों में रहकर भी जेल की अफसरी गिरोह के लिए काम करते हैं। ‘OMG NEWS NETWORK’ को नाम नही छापने की शर्त पर एक कैदी ने बड़ा खुलासा किया है कैदी ने आरोप लगाया है कि जेल की कारगुजारियों को छुपाने जेल अधीक्षक एस एस तिग्गा और जेलर आर आर राय का गिरोह के लिए ये हरिराम नाई औचक निरीक्षण के नाम की खानापूर्ति में अपना भरसक सहयोग करते है। इस पड़ताल में पता चला है कि हर जख्म के इलाज की सेटिंग में महारत हासिल जेल की अफसरी गिरोह ने ऊपर से लेकर नीचे तक के अफसरों (जिला प्रशासन, कोर्ट और शासन) से आने वाली टीम के ड्राइवरों से तालमेल बिठा रखा है वो भी ऐसा की जेल के निरीक्षण में आने से पहले इन्ही हरिराम नाई ड्राइवरों के माध्यम से जेल की अफसरी गिरोह को खबर लग जाती है यानी सूचना लीक.

इसके एवज में जेल से मिलने वाले खुरचन- पानी के जुगाड़ में ड्राइवर अपने साहबो को भी साइड लगाने से नही चूकते। कैदी ने बताया कि जेल की सारी अव्यवस्थाओं को निरीक्षण के पहले सुधार लिया जाता है। पाक शाला से लेकर बाकी सब कुछ साफ और जेल की अफसरी गिरोह को क्लीन चिट।

वन बाई वन इंफॉर्मेशन.

कैदी की माने तो किसी भी अधिकारी के जेल आने से पहले उनके ड्राइवर बड़ी चालाकी से जेल की अफसरी गिरोह को सूचना लीक कर देते है,क्योंकि जेल के भीतर जिंदा जैमर के होते हुए भी मोबाइल फोन का नेटवर्क बड़ी आसानी से काम करता है। जेल के अफसरी गिरोह के सब से भरोसेमंद के माध्यम से खबर एक के बाद एक कर साहब तक पहुंच जाती है। ये हरिराम नाई खबर भी इतना फास्ट देते है जिससे निरीक्षण के पहले जेल अफसरी गिरोह को अपनी कालाबाजारी समेटने का टाइम मिल जाए।

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