• परिवार पर बुलडोजर भारी.
• अस्पताल में बच्चे की मौत, शव घर आया तो निगम के बुलडोजर ने घर रौंद दिया, शव लेकर कलेक्टोरेट में प्रदर्शन.
बिलासपुर. सरकंडा थाना क्षेत्र के लिंगियाडीह इलाके में नगर निगम की आपराधिक बुलडोजर कार्रवाई अब मानवीय त्रासदी का रूप ले चुकी है। सड़क चौड़ीकरण के नाम पर की गई इस कार्रवाई ने एक गरीब परिवार की आखिरी उम्मीद भी मिटा दी। कैंसर से जूझ रहे ५ वर्षीय मासूम अंशु यादव की इलाज के दौरान मौत हो गई, जब उसकी लाश घर लाई गई तो नगर निगम के बुलडोजर से उसका घर टूटा मिला।
इसके पहले नगर निगम ने सड़क चौड़ीकरण के नाम पर ईमली पारा में सौ दुकान तोड़ी, जवाली नाले में कई दुकानदारों को डोजर से ढहाया। कई ठेले खोमचे वालों को डोजर का शिकार होना पड़ा और अब तो हद हो गई गरीब परिवार को मातम भी नहीं करने दिया निगम के अमानवीय अफसरों ने।
परिजनों का आरोप है कि वे रायपुर के मेकाहारा हॉस्पिटल में बच्चे का इलाज करवा रहे थे। इस दौरान उन्होंने नगर निगम से दो से तीन दिन की मोहलत मांगी थी। ताकि इलाज करा सके और बच्चे को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा सके। लेकिन अंग्रेज प्रशासन ने कोई राहत नहीं दी। परिवार अपने टूटते मकान को बचाए या तड़पते बच्चे को। आखिर दोनों नहीं बचे। बिना नोटिस, बिना समय दिए मकान तोड़ दिया गया। परिजनों का आरोप है कि नगर निगम की टीम ने उन्हें कोई लिखित सूचना नहीं दी और अचानक से कार्रवाई शुरू कर दी गई। मकान में रखे दस्तावेज़, कपड़े, दवाइयाँ और ज़रूरी सामान सब मलबे में दब गए। बच्चे की हालत पहले से ही नाज़ुक थी और इस मानसिक आघात के बाद पूरे मोहल्ले में आक्रोश है। मानवता पर भारी पड़ा बुलडोजर इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश है। लोगों ने कहा कि नगर निगम ने एकपक्षीय कार्रवाई की है, रसूखदारों के मकान बचे रहे ऐसी नापजोख की गई है।
निगम कमिश्नर ने कहा,
झूठ बोल रहा पार्षद .
नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने कहा कि पार्षद पूरी तरह से झूठ बोल रहा है। सड़क चौड़ीकरण के लिए टोटल 70 फीट तोड़ऩा था और जिस परिवार की आप बात कर रहे हैं उनका घर 70 परसेंट अवैध कब्जे में आ रहा था। 200 फीट तोड़े जाने की कोई बात ही नहीं है। क्या आप मौके पर गए थे के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं कल सुबह ही मौके को देख कर आया हूं और पूरी तरह से अवेयरनेस हूं।
घटना दुखद पर अवैध निर्माण तोड़ा गया - मेयर.
इस घटना को लेकर मेयर पूजा विधानी ने कहा कि बच्चे का निधन दुखद है। उसे डॉक्टर ने भी जवाब दे दिया था। जवाली नाले में हुई तोडफ़ोड़ के बाद मैने सख्त हिदायत देकर कहा है कि कोई भी कार्रवाई हो तो मुझे बताए। निगम सचेत होकर काम कर रहा है। एक हफ्ता पहले सभी को नोटिस दिया गया था। वार्ड नंबर 52 से रोड बनाना है। जिसे लेकर मोहल्ले के प्रमुख लोगों की निगम कमिश्नर के साथ बैठक भी हो चुकी थी। 80 फीट रोड़ बननी थी। इसे बैठक में 70 फीट किया गया और बाद में 60 फीट की सहमति बनी थी। निगम की कोई लापरवाही नहीं है बस, अवैध निर्माण को तोड़ा गया है।
कलेक्टर ने आश्वासन देकर फिर बुलाया.
कैंसर से पीड़ित 5 साल के बच्चे ने जीवन की अंतिम सांस तब ली जब उसके घर पर निगम का बुलडोजर चल रहा था। इस घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। शोक और आक्रोश से उबलते लोग बच्चे का शव लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए और प्रदर्शन किया। कलेक्टर संजय अग्रवाल मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। कलेक्टर को बताया गया कि गलत तो हुआ है। इस घटना की गहन जांच के आश्वासन उन्होंने दिए हैं। पार्षद के अनुसार कलेक्टर ने जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, परिवार को आर्थिक मदद और अन्य आवश्यक सहायता करने का वादा कर सोमवार फिर मिलने बुलाया है।
घुस घुस कर तोड़ रहे हैं लोगों का घर- वार्ड पार्षद.
रविंद्र नाथ टैगोर नगर वार्ड नंबर 52 के कांग्रेस पार्षद दिलीप पाटिल ने नगर निगम की इस कार्रवाई पर गहरी नाराजगी जताई है और शासन प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि 70 फीट सड़क चौड़ीकरण के नाम पर वार्ड वासियों के घर को घुस घुस 200 फीट तक तोड़ा जा रहा है। रोड- रास्ता बनाने का हीला हवाला देकर निगम प्रशासन अपनी मनमानी पर उतारू है। पीड़ित परिवार की बाउंड्रीवाल और बाथरूम बस निगम की मार्किंग जद में आ रहा था लेकिन पूरा घर ही तोड़ दिया गया। रही बात वार्ड वासियों के शिफ्टिंग की तो बहतराई में जिस जगह अटल आवास में घर दिया जा रहा है वहां की स्थिति इतनी कंडम है कि जानवर भी रहने को तैयार न हो। इस घटना को लेकर जिम्मेदारी तय कर पुलिस में शिकायत के सवाल पर पार्षद ने कहा कि पीड़ित परिवार जैसा चाहेगा मैं उनके साथ हूं।



