मुंह फट

‘रवि शुक्ला’

सीएम की डांट पुचकार.

सीएम कांग्रेस में वन मैन आर्मी जो अब इलेक्शन मूड में दिखाई दे रहे हैं। हाल ही में उन्होंने राज्य में हारे हुए विधानसभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को बुलाया था। इसमें जो होना था वह तो हुआ लेकिन खास बात यह है कि इस दौरान उन्होंने टिकट के दावेदारों को जमकर चमकाया.

दो टूक कहा कि दिल्ली दौड़ लगाने वालों की लिस्ट मेरे पास है ऐसे में टिकट के उम्मीदवार मुझसे ना मिले कार्यकर्ता चाहे तो मिल सकते हैं। उनके इस संदेश से खालिस कार्यकर्ताओं में उत्साह है रिचार्ज हो गए हैं कार्यकर्ताओं का मानना है कि चलो तीन साल बाद ही सही उनसे सीएम ने वन टू वन कर जो मान सम्मान दिया चलो यही सही है।

चव्वनी,चारा बेचारा.

भाजपा ने छत्तीसगढ़ में संगठन के नेताओं को ऐसे बदला जैसे बल्ब का विज्ञापन आता है सारे घर का बदल डालूंगा अध्यक्ष बदला,प्रतिपक्ष बदला नहीं बदला तो चवन्नी का नाम और पद.

प्रदेश की टीम में तो चवन्नी चल गई, लेकिन प्रभार दे दिया गया सीएम के क्षेत्र का भले समर्थक कुछ भी माने उत्साह मनाए,मगर सही मायने में तक शेर के सामने चारे के रूप में धरम की चवन्नी को डाल दिया गया है,अगर बच गए तो वाह वाह.

जिला सुप्रीमो और हंसमुख.

कांग्रेस में पलटी मारना सामान्य बात है, सामान्य तो यह भी है कि कांग्रेस के दरवाजे से शान से बाहर जाओ और मौका लगे तो खिड़की से कूद कर वापस आ जाओ
जो इस फन को जान गया वही सच्चा कांग्रेसी है।
ऐसा सच्चा कांग्रेसी बनने की राह पर जिला सुप्रीमो बनाम पार्षद भी हंस-हंस कर कैटवॉक रहे हैं.

शहर के नेता हंसमुख लाल पाण्डेय को कांग्रेस संगठन के नेता पसंद वैसे भी नहीं करते जैसे कि पार्टी के सार्वजनिक कार्यक्रमों में दिखता ही है। लेकिन चुनाव आते-आते फिजा कुछ बदलने लगी है। जिला सुप्रीमो अपनी विजय गाथा लिखने हंसमुख लाल पाण्डेय के नजदीक हो चलें है। जहां देखो जिस कार्यक्रम में देखो पाण्डेय जी के दाएं बाएं पीछे हरे नीले कुर्ते वाला नजर आता है। लोग भले बोल रहे हो कि संगठन का नेता पाला बदल रहा है।

हमर जिला पुलिस.

कका के अंदाज ही निराला हे ये बात तो कोने ले छुपाए नई छुपे हे, परे दिन आए रहिस मौका रहिस नवा जिला के शुरुआत के बेरा मा जाए के एई बहाने राजधानी ले नवा जिला के दूरी भी कम हो गे आउ बिलासा दाई के नगरी में सांझ से अंधेरा होत-होत सबो ले भेंट- मुलाकात भी कर डालिस, राजनीतिक सोच ले कहिबे ता कका पूरे जिला के पार्टी के हालचाल के समीकरण,प्रशासन आउ जिला के पुलिसिंग के भी पोथी पुराण इकट्ठा भी कर डालिस.

कौन भीतर घाती हे ता अफसरशाही कतना भारी हे एखर साथ, ए मन के खास कौन कौन हे जेखर कंधा में हाथ रख साहब मन जिला मा बइठे हे, जाए दे कका ता कका हे. खास ता ये रहिस की कका के रहत चारो तरफ टाइट एक दिन पहली बड़े मेडम सड़क पर का उतरिस बवाल मच गे, दे धड़ाधड़ पकड़ा -पकड़ी,अन्ते तनते घूमे वालो के धड़कन बढ़ गे,आउ ता आउ सपडा गे चर्चित लईका, कानाफूसी ला दर किनार कर मेडम हा बेदम के पुलिसिंग करिस,चारो तरफ छपिस खूब नम्बर कमाईस बने भी हे, ए दारी सड़क मा मेडम का उतरिस चारो तरफ हाहाकार कका तक भी संदेश गे होही,नवा जिला जात-जात जिले हा अपराध के गढ़ बन गे के सवाल पर इशारा-इशारा मा कहिस तुम मन खुद ही देख लेव कारवाई ता होत हे न यानी साफ तौर मा सड़क पे आए मेडम के चलथ जिला पुलिसिंग के पीठ थपथपा गे कका आउ मेडम के कंधा मातहत मन के नाक उचा हो गे.

पार्ट टू.

सियान मन कहिथें की पंडित अपन दिमाग के खाते लेकिन जिला मा एक बछरू थानेदार हे जो ज्यादा दिमाग लगाए के चक्कर मा एक दारी मुँह के खा गे, कहिथे तजुर्बा भी कोई चीज होते एखर पार मत जा, पंडित ता पंडित हे कहा माने,अच्छा भला थाना के प्रभार मा रहिस अब सकरा गे. कोई बतात रहिस की हर माल -मुकदमा मा बिना लेय-देय बातिच नई करथे, मोटा माल सोटिस आउ भरकस स्पष्टीकरण नोटिस भी पाइस.

बिकट के चतुर बड़े मेडम के छोड़ नीचे वाले मन ल आए दिन घुमाए कुछु हो त बोल दे मोर मेडम ले बात हो गे हे अरे बाकी मन का घास छिले नोकरी मा आए हे का बता भला,भारी मिठलबरा सब ला संगी कहिथे आउ समय आए पर पहिचाने नई,एक-एक कथा कहानी के रपट ऊपर पहुंच गे,बड़े मेडम भी बिना कुछु कहे निपटा दिस आउ सियान ला थाना मा बिठा,दे दिस रवानगी,पंडित के जाए के बाद भी बड़े साहब आउ मेडम तक शिकायत करे भीड़ पहुंच गे,विभाग मा कानाफूसी होथ रहिस जब ले जिला मा आए के पालिश करे में माहिर थाना प्रभारी रहत-रहत ओखर पोह बारह हो गे हे। वइसे एक मुफ्त के सलाह हे अभी ता नोकरी के शुरुआत हे ज्यादा एती-ओती झन कर जेन साहब मन ला तय भाव नही देथस न कही न कही ओह फिर से टकराही तब कही गए भैसा पानी मा न हो जाए.

अंतिम में.

जग को हंसाने गुदगुदाने वाले मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव दुनिया को अलविदा कह गए,‘OMG NEWS NETWORK’ की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि.

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