देर रात शहर के बीच ट्रेनी एडवोकेट से सूदखोर युवकों ने मारपीट कर घर में जमकर की पत्थरबाजी, एसपी से मिला पीड़ित तब हुई Fir और गिरफ्तारी,सारा नजारा कैमरे में कैद.

बिलासपुर. गुरुवार शुक्रवार की दरमियानी रात पुराना बस स्टैंड के पास मेन रोड पर स्थित एक ट्रेनी एडवोकेट के मकान में शहर के कुछ सूदखोर युवकों ने शराब के नशे में पहले ट्रेनी एडवोकेट से मारपीट की और बाद में जमकर पत्थरबाजी कर रात भर तांडव मचाते रहे। सूदखोर युवकों ने ऐसी पत्थरबाजी की,नीचे से लेकर ऊपर तक पूरे घर में पत्थर ही पत्थर नजर आ रहा वही इस पत्थरबाजी का उनके बुजुर्ग पिता भी शिकार हुए और घर का सामान टूट गया तो वही ट्रेनी एडवोकेट के सिर में भी गंभीर चोटें आई। इधर घटना के बाद एफआईआर दर्ज करने को लेकर तारबाहर पुलिस पर पीड़ित पक्ष ने अनदेखी करने का आरोप लगाया है मगर अच्छी बात यह है कि पुलिस कप्तान के निर्देश के बाद टीआई ने पत्थरबाज तीन सूदखोर युवकों को गिरफ्तार कर लिया और अन्य की तलाश में पुलिस टीम को लगाया है।

मिली जानकारी के अनुसार पुराना बस स्टैंड उसके राजा होटल के ठीक सामने निराला नगर निवासी गिरीश पांडेय पिता प्रोफेसर एसपी पांडेय जो कि वकालत सीख रहे हैं।

श्री पांडेय के अनुसार गुरुवार शुक्रवार की देर रात उनके घर उनके घर ओम सोनी अपने मित्र माचो व अन्य के साथ आया और घर के सामने का दरवाजा जोर जोर से पीटने लगा।

(पीड़ित ट्रेनी एडवोकेट की एफआईआर के अनुसार)

मैं निराला नगर राजा होटल के सामने पुराना बस स्टैण्ड के पीछे बिलासपुर में रहता हूं तथा वकालत सीख रहा हूं कि 25- 26 मई की रात्रि 3:00 से 4:00 बजे के बीच मेरे पिता प्रो. एस. पी. पाण्डेय घर के अंदर पहले रूम मे सोये हुये थे कि उसी समय किसी के द्वारा घर के दरवाजे को जोर जोर से पीट रहे थे और गाली गलौच कर रहे थे कि मेरे पिता जी उठकर खिड़की से देखे और पूछे तो बाहर खडा लडका अपना नाम ओम सोनी बताया और मेरा भतीजा लख्खू पाण्डेय को पुछने लगा और अश्लील गाली गलौच करने लगा तो मेरे पिता जी मेरे पास आये और बताये तो मै उठकर घर का दरवाजा खोला तो ओम सोनी और उसका साथी मुझे धक्का देकर घर अंदर ले गये और ओम सोनी और उसके साथी मां बहन की अश्लील गाली गलौच करते हुये जान से मारने की धमकी देकर लोहे की धारदार वस्तु एवं लाठी से मुझसे मारपीट करने लगे और वे सभी लोग लाठी डंडा से घर के अंदर के सामानो एवं खिड़की दरवाजे को तोडफोड कर बाहर चले गये तो मैं घर का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया तो वे सभी लोग घर के बाहर से खड़े होकर मेरे घर के अंदर ईट, पत्थर फेंकने लगे। जिसे मैं छत उपर से देखा हूं और उनका विडियो बनाया हूं थोड़ी देर बाद ओम सोनी अपने साथियों के साथ चला गया तो मैं छत से उतर कर नीचे आकर देखा तो घर के बाहर लगे बिजली मीटर को भी तोडफोड किये मारपीट से मुझे सिर में, बाये हाथ में, पीठ में एवं दोनो पैरो में चोट आई हैं घटना को मोहल्ले वाले देखे सुने हैं।

पीड़ित ने कहा,घंटो हुई पत्थरबाजी.

पीड़ित ट्रेनी एडवोकेट पांडेय ने ‘OMG NEWS’ को बताया कि हमलावर सारे युवक सूदखोरी का काम करते हैं जिसके चलते उन्हें पुलिस का संरक्षण मिलना मुनासिब की बात है। ओम सोनी,माचो और अन्य युवक गाली गलौज कर घंटों पत्थरबाजी करते रहे मेरी बस इतनी गलती है कि मैंने कोई नशेड़ी समझ कर दरवाजा खोल दिया।

जिसका खामियाजा मुझे भुगतना पड़ा और नशे में धुत युवकों ने मेरी अंधाधुन पिटाई कर दी, इस घटना में मेरे बुजुर्ग पिता को भी पत्थर लगे है। घर के चारों ओर पत्थर ही पत्थर नजर आ रहे थे और सामान टूटा बिखरा पड़ा हुआ था। मैंने जैसे ही हुड़दंगी युवकों का वीडियो बना कर पुलिस को सूचना दी जिससे कुछ देर बाद सायरन बजाती पुलिस घर के पास आई कि इससे पहले पत्थरबाज युवक भाग निकले थे। पुलिस ने मेरी मेडिकल जांच करवाई।

तारबाहर पुलिस की आनाकानी, एसपी से मिलने के बाद दर्ज हुई एफआईआर.

पीड़ित ने आरोप लगाया कि घटना के बाद तारबाहर पुलिस एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी कर रही थी। सिर में लगी चोट के बावजूद पुलिस पीड़ित पक्ष को अनसुना कर आरोपियों की तरफदारी में लगी थी। लेकिन जैसे ही घटना की जानकारी टीआई मनोज नायक को लगी तो उन्होने पहले घटना को समझने का प्रयास किया। लेकिन इसके बाद भी पीड़ित पक्ष को संतुष्टि नहीं मिली और वह घायल हालत में पुलिस कप्तान संतोष कुमार सिंह से मुलाकात कर अपनी आप बीती सुनाई, जिसके बाद एसपी के कड़े रुख से तारबाहर पुलिस ने ओम सोनी, माचो और एक अन्य की गिरफ्तारी के बाद एफआईआर दर्ज किया। फिलहाल इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी और पीड़ित द्वारा लगाए आरोपों लेकर तारबाहर पुलिस से संपर्क नहीं हो पाया है।

You May Also Like