जिला और पुलिस प्रशासन ने रेत माफियाओं को चारों तरफ से घेरा, धड़ाधड़ कार्रवाई,31 पर एफआईआर गाड़ियों को राजसात करने की तैयारी, एसएसपी ने कहा रेत के रेट बढ़ने की हलचल में लगेगा लगाम.

बिलासपुर. जिला और पुलिस प्रशासन की टीम द्वारा जिले में अवैध रेत माफियाओं के कारोबार में अचानक एक साथ कार्रवाई कर जोरदार खलल डाला गया है। सामने आ रहे आंकड़ों की माने तो 86 मामलों में कार्रवाई की गई है। जिसमें 31 पर एफआईआर दर्ज कर बचे 55 मामलों में प्रतिवेदन माइनिंग विभाग को भेजा गया है। जिला और पुलिस प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में सब से खास बात यह है कि पहली बार अब अवैध रेत उत्खनन में पकड़ी गई गाड़ियों को राजसात करने की तैयारी की जा रही है।


कलेक्टर संजय अग्रवाल मॉनिटरिंग और एसएसपी रजनेश सिंह की पुलिसिंग में ऐसा पहली बार हुआ है कि अवैध रेत उत्खनन का कारोबार करने वालों की शामत आ गई है। बकायदा ड्रोन सर्वे और तकनीकी निगरानी के माध्यम से खनन क्षेत्रों की सतत निगरानी की प्लानिंग से धड़ाधड़ कार्रवाई से रेत माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। सामने आए आंकड़ों की माने तो राज्य शासन के स्पष्ट निर्देशों के अनुरूप जिले में अवैध रेत उत्खनन, परिवहन एवं भंडारण के विरुद्ध सघन और सुनियोजित कार्रवाई की गई है। बीते पाँच दिनों में जिले भर में कुल 86 मामलों में कार्रवाई की गई, 31 प्रकरणों में भारतीय न्याय संहिता (BNS) और खनिज अधिनियम की धाराओं के तहत आपराधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं और शेष 55 मामलों में BNSS की धारा 106 के अंतर्गत जब्ती की कार्यवाही कर माइनिंग विभाग को प्रतिवेदन भेजा गया है, जिसकी जांच रिपोर्ट प्राप्त होने पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।


इन प्रकरणों में खान एवं खनिज (विकास और विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 4(1), 4(1)(A) एवं 21, और भारतीय न्याय संहिता की धारा 303(2) तथा 3(5) के तहत अपराध पंजीबद्ध किए गए हैं। यह कार्रवाई माइनिंग विभाग द्वारा विभिन्न थानों में की गई है।


इस पूरे अभियान की गहन निगरानी कलेक्टर संजय अग्रवाल और एसएसपी रजनेश सिंह द्वारा की गई। वरिष्ठ अधिकारियों ने फील्ड से लगातार स्थिति की रिपोर्ट ली और स्पष्ट निर्देश दिए कि अवैध खनन से जुड़े किसी भी व्यक्ति या नेटवर्क को बख्शा न जाए।


संयुक्त कार्रवाई में एसडीएम, एसडीओपी, सीएसपी, तहसीलदार, थाना प्रभारी एवं माइनिंग इंस्पेक्टर सहित विभागीय अमले ने सक्रिय भागीदारी निभाई। कई स्थानों पर छापेमारी कर अवैध रेत का भंडारण और परिवहन कर रहे वाहनों को जब्त किया गया, जिनमें 46 ट्रैक्टर, 14 हाईवा सहित 2 जेसीबी और 1 चेन माउंटेड पोकलेन जैसे भारी वाहन सम्मिलित हैं। पूरी कार्यवाही में जब्त रेत की अनुमानित मात्रा लगभग 500 टन है।


इस कार्रवाई के पीछे प्रशासन की दोहरी प्राथमिकता थी, एक ओर राजस्व एवं खनिज संसाधनों की रक्षा और दूसरी ओर पर्यावरणीय असंतुलन को रोकना।


अवैध रेत खनन अब बर्दाश्त : कलेक्टर.


कलेक्टर संजय अग्रवाल ने स्पष्ट कहा कि जिले में अवैध रेत खनन अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह कार्रवाई सतत रूप से जारी रहेगी और तकनीकी निगरानी भी लागू की जाएगी।


बिना दबाव , सिफारिश को दरकिनार कर लिया जा रहा एक्शन: एसएसपी.


एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा कि पुलिस विभाग माइनिंग और राजस्व विभाग के साथ समन्वय कर अवैध गतिविधियों पर कठोर कार्यवाही कर रहा है। किसी भी दबाव या सिफारिश को दरकिनार करते हुए, दोषियों पर कानून के तहत सख्त एक्शन लिया जाएगा। देखा जाता था कि बारिश के मौसम में रेत का रेट बढ़ जाया करता था। जिससे काफी हलचल मचती थी। लेकिन लगातार हो रही कार्रवाई से आमजन को इससे निजात मिलेगी। जिले में पुलिस के द्वारा इतनी रेत माफियाओं के ख़िलाफ़ 31 से अधिक FIR और 86 गाड़ियाँ जब्त कर कार्यवाही की गई है । पुलिस अब प्रकरनों में शीघ्र विवेचना पूर्ण कर न्यायालय में चालान पेश करने की तैयारी में है। एसएसपी ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अवैध रेत गतिविधि की जानकारी जिला और पुलिस प्रशासन को तुरंत उपलब्ध कराएं, आपकी जानकारी पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।






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