ज्योतिष शास्त्र में हस्त रेखा के महत्व से कैसे लगाया जाता है आपके भविष्य का अनुमान, जानिए टैरोकार्ड रीडर फरहा खान से.

ज्योतिष शास्त्र में हस्त रेखा का बहुत बड़ा महत्व है. ऐसा माना जाता है कि हस्तरेखा की सहायता से किसी व्यक्ति के भविष्य का अनुमान लगाया जा सकता है. हस्तरेखा ज्योतिष में जानकार द्वारा किसी व्यक्ति के हाथ के आकार, हथेली की लकीर आदि का अध्ययन करके उस व्यक्ति के भविष्य की जानकारी का अनुमान लगाया जाता है.हस्तरेखा में मुख्य लकीरों के रूप में जीवन रेखा, ह्रदय रेखा और (हेडलाइन) है. इन तीन मुख्य रेखाओं की सहायता से व्यक्ति के जीवन की कई तरह की जानकारियाँ प्राप्त होती है.

जीवन रेखा :
व्यक्ति के हाथ में जीवन रेखा तर्जनी और अंगूठे के बीच से आरम्भ होती है और अंगूठे के आधार तक जाती है. यदि जीवन रेखा लम्बी हो, तो इसका मतलब यह होता है कि व्यक्ति का स्वास्थ जीवन भर बेहतर रहेगा. वहीँ दूसरी तरफ यदि यह रेखा छोटी हो तो इसका अर्थ है कि व्यक्ति को स्वास्थ सम्बंधित परेशानियां रहेंगी. यदि यह रेखा किसी व्यक्ति के हाथ में गहरी हो, तो व्यक्ति का जीवन आसान होता है, किन्तु यदि यह रेखा हल्की हो, तो व्यक्ति के जीवन में बहुत कम रोमांच होता है. यदि किसी व्यक्ति के हाथ में दो अथवा तीन जीवन रेखाएं एक साथ हों, तो व्यक्ति के आस पास सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव रहता है.
मस्तिष्क रेखा के आकार द्वारा विशेषताओं का विवरण निम्न प्रकार है

यदि मस्तिष्क रेखा सीधी और बराबर है तो व्यक्ति भौतिकवादी होता है, वह लोगों के प्रति कम संवेदनशील होता है.
यदि मस्तिष्क रेखा हल्की ढ्लाव लिये हो तो व्यक्ति को रचनात्मक कार्य जैसे संगीत, साहित्य और चित्रकला मे रुचि होती है। लेकिन व्यक्ति किस प्रकार का रचनात्मक कार्य करेगा यह हाथ के आकार पर निर्भर है।
यदि मस्तिष्क रेखा चंद्र पर्वत पर समाप्त होती हो तो व्यक्ति को साहित्यिक गतिविधियों मे विशिष्ट स्थान प्राप्त होता है।
जब मस्तिष्क रेखा लंबी और सीधी हो, और हथेली को पार करके हाथ की दूसरी तरफ तक पहुँचे तो यह व्यक्ति की असामान्य बुद्धि का प्रतिनिधित्व करती है। एवम ऐसी मस्तिष्क रेखा व्यक्ति को उच्च शिक्षा और पद दिलवाती है.

भाग्य रेखा : luck line
यह रेखा हथेली के बीचों बीच स्थित होती है. इस रेखा की सहायता से किसी भी व्यक्ति के भाग्य का पता लगता है. इसकी सहायता से किसी भी व्यक्ति के जीवन में आने वाले संकटों का अनुमान लगता है. यदि यह रेखा सरल रूप में हो, तो व्यक्ति का भाग्य संतुष्टि भरा होता है, किन्तु यदि यह रेखा टूटी हुई हो, तो इससे पता लगता है कि व्यक्ति का भाग्य काफी मुश्किल भरा होता है.लक लाइन को मणि बंध से शनि पर्वत की ओर जाना सौभाग्य प्राप्त होने और palmistry में शुभ माना गया है।

हृदय रेखा: हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हार्ट लाइन आपके रिलेशनशिप और लव लाइफ और वैवाहिक जीवन के बारे में कई रहस्य खोलती है। यह रेखा आपके इंडेक्स फिंगर के नीचे से शुरू होती है और आपकी मिडिल फिंगर तक जाती है।
अगर आपकी हार्ट लाइन आपकी मिडिल फिंगर के बीच से शुरू होकर इंडेक्स फिंगर तक जाती है तो कहा जाता है कि ऐसा व्यक्ति रिलेशनशिप के मामले में बहुत विश्वास करने योग्य होता है। यही नहीं ऐसे लोग दिल के बहुत अच्छे होते.विश्वास के योग्य होते है।

सूर्य रेखा : sun 🌞 line हस्तरेखा शास्त्र में सूर्य रेखा को बहुत शुभ माना गया है। जिस व्यक्ति की हथेली पर यह रेखा होता है, उसके जीवन में कभी भी सुख की कमी नहीं होती है। जिस व्यक्ति की हथेली पर सूर्य रेखा अगर भाग्य रेखा पर जाकर समाप्त होती है तो उसकी आयु काफी होती है।सूर्य रेखा को यश रेखा भी कहा जाता है, स्ट्रॉन्ग sun line व्यक्ति का यश और कीर्ति, पराक्रम दर्शाती है।

विवाह रेखा: कनिष्ठिका(सबसे छोटी उंगली) उंगली के नीचे, ह्रदय रेखा के ऊपर तथा बुध पर्वत पर हथेली के बाहरी ओर से आनेवाली रेखा विवाह रेखा कहलाती है यानी इस रेखा का संबंध आपकी शादीशुदा या प्रेम संबंधों से हो सकता है।
अपने विवाह और विवाह होने के बाद का जीवन कैसा गुजरेगा इसको लेकर हर किसी में उत्सुकता रहती है। विवाह रेखा से हम वैवाहिक जीवन में सुख है या विवाह विच्छेद होगा यह भी जान सकते है।

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