खुशखबरी- यूनियन होम मिनिस्ट्री में पीटीएस माना का नाम बेस्ट ट्रेनिंग ट्रॉफी के लिए सलेक्ट,गदगद ADG कल्लूरी ने कहा हुनर सस्ता जुनून अनमोल है.

रायपुर. राज्य के राजधानी स्थित माना पुलिस ट्रेनिंग स्कूल (PTS) को वर्ष 2021-2022 के लिए सेंट्रल जोन में बेस्ट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूशन के तौर पर यूनियन होम मिनिस्टर्स ट्राफी के लिए सलेक्ट किया गया है

छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के लिए एक गर्व की खबर सामने आई है। माना पुलिस ट्रेनिग स्कूल पीटीस ने सेंट्रल जोन में बेस्ट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूशन के तौर पर यूनियन होम मिनिस्टर्स ट्राफी के सलेक्शन के लिए अपनी जगह बनाई है। मीडिया में आई खबरों के अनुसार एडीजी ट्रेनिंग एसआरपी कल्लूरी ने इस कामयाबी के लिए डीजीपी आईपीएस अशोक जुनेजा के कुशल व सतत् मार्गदर्शन को वजह बताया है.मालूम हो कि वर्तमान माना ट्रेनिग स्कूल के कमांडेंट डॉक्टर इरफान उल रहीम खान के कुशल नेतृत्व में वर्ष 2018-19 और 2020-21 में इस ट्रॉफी पुरस्कार के लिए पीटीएस राजनांदगांव को चयनित किया गया था

एडीजी कल्लूरी ने कहा.

इस उपलब्धि के से खुश एडीजी एसआरपी कल्लूरी ने कहा कि,आप सभी को अत्यंत हर्ष के साथ यह अवगत कराना चाहूंगा की पीटीएस माना रायपुर को वर्ष 2021-2022 के लिए सेंट्रल जोन में
‘Union Home Minister’s Trophy for Best Training Institutions’
के लिए चयनित किया गया है। डीजीपी अशोक जुनेजा के कुशल एवम सतत मार्गदर्शन से ही यह संभव हो पाया है।
इसके पूर्व भी वर्ष 2018-19 एवम 2020-21 में इस ट्रॉफी पुरस्कार के लिए पीटीएस राजनांदगांव को चयनित किया गया था। जिसके लिए हम भूतपूर्व डीजीपी अमरनाथ उपाध्याय एवम दुर्गेश माधव अवस्थी का आभार व्यक्त करते हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए यह एक गौरवशाली उपलब्धि है आप सभी को बधाई एवम सतत सहयोग हेतु आभार।

कुछ इस अंदाज में एडीजी कल्लूरी ने रखी अपनी बात.

प्रदेश के सब से चर्चित सीनियर आईपीएस शिव राम प्रसाद कल्लूरी राज्य में जिस जगह पदस्थ रहे उन्होंने अपनी पुलिसिंग का लोहा मनवाया,उनकी कुशल कार्यप्रणाली का ही असर है कि माना ट्रेनिंग स्कूल ने इस ऊँचाई पर नाम कमाया है। श्री कल्लूरी माना ट्रेनिंग स्कूल के कमांडेट डॉक्टर इरफान उल रहीम खान(पूर्व कमांडेट पीटीएस राजनांदगांव)और उनके ट्रेनिंग स्कूल के सभी अधिकारी व कर्मचारियों को सम्मान देते हुए उनके पेशे के प्रति जुनून के लिए बधाई दिया और इस उपलब्धि के लिए जो लाइनें कही वो काफी गंभीर और समझने लायक है,

अंतिम लेकिन कम से कम.

बधाई के कारण नहीं हैं.

हुनर सस्ता है,
जुनून अनमोल है।

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