बिलासपुर. नवपदस्थ कलेक्टर संजय अग्रवाल ने सोमवार को पदभार ग्रहण करते ही प्रशासनिक कसावट दिखानी शुरू कर दी। उन्होंने तुरंत अधिकारियों की बैठक ली और कलेक्टोरेट का औचक निरीक्षण किया। सुबह सवा 10 बजे किए गए इस निरीक्षण के दौरान कई शाखाओं में कर्मचारी अपनी सीट से नदारद पाए थे। कलेक्टर ने ऐसे अनुपस्थित कर्मचारियों के नाम नोट किए और जमकर फटकार लगाई।
कलेक्टर ने अनुपस्थित कर्मचारियों को अपर कलेक्टर आरएन कुरुवंशी के समक्ष उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एक दिन का वेतन काटने की कड़ी चेतावनी भी दी गई।
कलेक्टर ने सभी कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि बिना उचित कारण के किसी भी फाइल को लंबित न रखा जाए। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर आरएन कुरूवंशी भी मौजूद रहे। वहीं, बैठक में उन्होंने अफसरों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
80 हजार आवेदनों का हुआ निराकरण.
बता दें कि 2012 बैच के आईएएस अधिकारी अग्रवाल पहले राजनांदगांव के कलेक्टर थे। उन्होंने सुशासन तिहार के आवेदनों के निराकरण पर जोर दिया। बैठक में बताया गया कि अब तक 2 लाख में से 80 हजार से अधिक आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है।
मरीजों को तुरंत सुविधा मिले इसकी निगरानी करने को कहा
कलेक्टर ने स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए 108 और 102 एम्बुलेंस सेवाओं को जरूरतमंद मरीजों के लिए तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएमएचओ को इस पर कड़ी निगरानी रखने को कहा।
सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश.
गरीब कल्याण को लेकर उन्होंने जिला पंचायत सीईओ को हर गांव में 40-50 अति निर्धन लोगों की सूची बनाने और उन्हें आवास सहित सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। साथ ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से वंचित 10 हजार किसानों को योजना से जोड़ने के निर्देश दिए।
शैक्षणिक सुविधाओं की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने स्कूलों में शौचालयों के निर्माण और मरम्मत के कार्य को 10 जून तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए ताकि 16 जून से स्कूल खुलने पर बच्चों को स्वच्छ और सुलभ शौचालय मिल सकें। इस महत्वपूर्ण बैठक में नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, डीएफओ सत्यदेव शर्मा, एडीएम शिवकुमार बनर्जी सहित अन्य आला अधिकारीगण उपस्थित थे।


