राष्ट्रीय पर्व पर शहर विधायक की एक बार और बेज्जती,CM पलटे अपने बयान से..

बिलासपुर. कांग्रेस की सत्ता और संगठन ने 15 अगस्त के अवसर पर झंडा रोहण लेकर एक बार फिर नगर विधायक शैलेश पाण्डेय की बेज्जती की है पहले तखतपुर विधायक रश्मि सिंह तो वही अब जिले के प्रभारी ताम्रध्वज साहू को आगामी इंडिपेंडेंस डे की कमान सौपे जाने से विधायक की उपेक्षा की चर्चा का बाजार एक बार फिर गर्म हो गया है।

नगर विधायक शैलेश पाण्डेय की कांग्रेस की सत्ता और संगठन द्वारा एक बार फिर बेज्जती करने का ताजा मामला सामने आया है इस बार 15 अगस्त को जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू को पुलिस मैदान में झंडा फहराने का जिम्मा सौंपा गया है कांग्रेस संगठन द्वारा इंडिपेंडेंस डे लिए जो नामों की लिस्ट जारी की गई है उसमे इस बार भी विधायक पाण्डेय को कोसो दूर रखा गया है ऐसा नही है कि प्रदेश के किसी विधायक को राष्ट्रीय पर्व पर झंडा फहराने का मौका नही दिया गया हो पहली बार प्राधिकरण में जगह पाने वाले आधा दर्जन से अधिक विधायको समेट बस्तर कोंडागांव के विधायक मोहन मरकाम भी अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों में 15 अगस्त के आयोजन में झंडा रोहण कर रहे हैं तो वही लोकसभा चुनाव ने निर्वाचित हुए प्रदेश के दो सांसदों को भी भूपेश सरकार ने राष्ट्रीय पर्व में झंडा फहराने के साथ परेड़ की सलामी का मौका दिया है।

इधर इस बार 15 अगस्त को लेकर उपेक्षा का शिकार हुए विधायक शैलेश पाण्डेय को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है 26 जवनरी को तखतपुर की विधायक रश्मि सिंह के हाथों ध्वजारोहण कराने को लेकर सवालों के घेरे में आए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने बयान दिया था कि अगली बार विधायक पाण्डेय को जरूर मौका दिया जाएगा लेकिन सीएम अपने बयान से मुकर गए और एक बार फिर विधायक की बेज्जती कर प्रभारी मंत्री साहू को 15 अगस्त का मुख्य अतिथि बना दिया है।

मंत्री टीएस कहिन रहिस..

राज्य ने कांग्रेस की सत्ता आने के बाद पहली बार मंत्री बने पार्टी के वरिष्ट नेता टीएस बाबा जब पहली बार शहर आए तो उन्हें भी विधायक की लगातार उपेक्षा और 26 जनवरी को शहर विधायक की जगह देहात की विधायक से झंडा रोहण को लेकर मीडिया के सवालों से दो चार होना पड़ा कांग्रेस भवन के बाहर मंत्री बाबा ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान राज्य सरकार और कांग्रेस संगठन का बचाव कर नगर विधायक पाण्डेय की उपेक्षा के सवालों की झड़ी पर इस मसले में बात करने के साथ आगे ऐसा नही होगा का बयान देकर माना था कि नगर विधायक को अनदेखा करना बिल्कुल गलत है वही पार्टी के वरिष्ट नेता के बयान के बाद भी फिर भूपेश सरकार और कांग्रेस संगठन ने अपना चलाया और विधायक पाण्डेय के सम्मान को एक बार फिर झटका दे दिया।

सब ने कहा गलत..

नगर विधायक पाण्डेय को इस बार राष्ट्रीय पर्व पर ध्वजारोहण नही करने दिए जाने और उनकी बेज्जती के सवाल पर कुछ व्यापारिक संगठन,कई समाज के लोगो और आमजन ने नाम नही छापने की शर्त पर ‘OMG NEWS NETWORK’ से कहा कि विधायक की उपेक्षा बिलासपुर की जनता का अपमान है पिछले कुछ सालों में वैसे भी शहर का कोई खास विकास नही हुआ ऊपर से भूपेश सरकार और कांग्रेस संगठन की सोच समझ नही आ रही कि आखिर क्यों नगर विधायक पाण्डेय की हर बार अनदेखी की जा रही है भाजपा की सरकार में मंत्री रहे अमर अग्रवाल को हारकर स्वच्छ छवि और शिक्षाविद विधायक को चुनने का फिर क्या मतलब जब सरकार ही जनता के निर्वाचित जनप्रतिनिधि की उपेक्षा कर बाहरी मंत्री और विधायक को ला रही है इससे अच्छा मैसेज नही जा रहा है वही इस बात से जहा एक और शहर कांग्रेस संगठन के कुछ लोग मन ही मन खुश हो रहे तो विपक्ष को प्रदेश सरकार की खिल्ली उड़ाने का मौका मिल गया है।

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