नाबालिग को बांधकर जमकर की पिटाई, पुलिस को माजरा समझ नहीं आया तो करा दिया समझौता..

बिलासपुर.चांटीडीह में एक नाबालिग आदिवासी को बांधकर बुरी तरह पीटने का मामला सामने आया है।किशोर की बेदम पिटाई कर जख्मी करने वाले उसके ही रिश्तेदार है जो मारपीट करने के बाद खुद सरकंडा थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने में तुले रहे वही पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाइश देकर रवाना कर दिया।

जुए में दाव लगाने का विवाद एक ही परिवार के बच्चों में इतना बढ़ गया कि मारपीट की नौबत आ गई।गुरुवार की शाम चांटीडीह साई चौक के पास एक आदिवासी नाबालिग किशोर को उसके ही परिवार के लोगो ने बांधकर घंटो बेरहमी से पीटा मोहल्ले के प्रत्यक्षदर्शियों का आरोप है कि किशोर को पीटने वाले उसके ही परिवार के है जिन्होंने उसे पटिया और अन्य चीजों से बुरी तरह मारा है।इस मारपीट मे किशोर के प्राइवेट पार्ट में भी चोटे आई है।इधर उसे पीटने वालो के हौसले इतने बुलंद हैं कि जुर्म करने के बाद खुद ही जख्मी किशोर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने सरकंडा थाने पहुच गए थे।इधर मारपीट में किशोर की हालत काफी बनी बताई जा रही है।

जुए से शुरू हुआ विवाद..

कुछ दिनों पूर्व जुए में दाव आजमाते दो नाबालिग आपस मे लड़ पड़े थे नौबत चाकूबाजी तक आ गई खैर जैसे तैसे मामला शांत कराया गया और एक ने दूसरे के खिलाफ चाकूबाजी का जुर्म दर्ज करा दिया सरकंडा पुलिस चाकूबाजी करने वाले नाबालिग को खोजते हुए साई चौक आई थी।इस बात की भनक लगते ही उसका भाई,माँ और भाभी समेत बहन ने मिलकर रिपोर्ट करता नाबालिग को चौक में खड़ा देखा और उसे बंधक बनाकर अपने साथ ले गए और रस्सी से बांधकर उसकी बेदर्दी से घंटो पिटाई की।

दोनों पक्षों को दी गई समझाईश..टीआई

सरकंडा टीआई संतोष जैन ने बताया कि दोनों हो पक्ष में विवाद करने वाले माइनर है मामला आपसी का होने और थोड़ा समझ से परे भी है फिर भी थाने आने के बाद दोनों को सुना गया और समझाईश दी गई है वही घायल के इलाज के लिए भी कहा गया है।

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