गोपाल दास नीरज ने कहा था, मेरी मौत पर न एक आंसू बहाना, सिर्फ एक चादर ओढ़ा देना!

हिंदी, गोपाल दास नीरज के पुत्र मृगांक प्रभाकर ने . इसी बीच सफर के दौरान उनको तेज बुखार . मृगांक बताते हैं कि मेरी रिर्जेवेशन स्लीपर क्लास में था, जबकि पिता जी थर्ड एसी में थे. मैं बार-बार उनको देखने जाता. उस दौरान मेरे पिता गोपाल दास नीरज ने कहा था कि मेरी अगर मौत हो जाए तो मुझे सिर्फ एक चादर ओढ़ा कर ट्रेन से नीचे उतार देना. वहीं उन दिनों की बातों को याद करते हुए बेटे की आंखें नम हो जाती हैं. मृगांक ने कहा, पिता जी का साफ कहना था कि मेरी मौत के बाद कभी आंसू मत बहाना.

पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित मशहूर महाकवि और गीतकार प्रसिद्ध -कवि गोपाल दास नीरज,

गोपालदास नीरज के निधन पर कई बड़ी हस्तियों ने दुख प्रकट किया. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोपाल दास ‘नीरज’ के निधन पर गहरा दुख प्रकट किया. सीएम योगी ने ट्वीट कर कहा, “प्रख्यात कवि श्री गोपाल दास ‘नीरज’ जी के निधन पर गहरा दुःख हुआ. नीरज जी ने अपनी काव्य रचनाओं से हिन्दी साहित्य को समृद्ध किया. उन्हें भावनाओं और अनुभूतियों को व्यक्त करने में दक्षता हासिल थी. हिन्दी फिल्मों के लिए नीरज जी द्वारा लिखे गए गीत आज भी लोकप्रिय हैं.”

 

नीरज के निधन पर गहरा अफसोस जाहिर करते हुए प्रसिद्ध शायर राहत इंदौरी ने कहा कि उन्होंने हिंदू और उर्दू के मंचों पर सबके साथ ताजिंदगी मोहब्बत बांटी. वह जितने नामचीन हिंदी कविता के मंचों पर थे, उन्हें उतनी ही शोहरत और मोहब्बत उर्दू शायरी के मंचों पर भी हासिल थी.

 

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर नीरज के निधन पर अपनी संवेदनाएं प्रकट की. उन्होंने कहा, “महान कवि श्री गोपालदास ‘नीरज’ जी के महाप्रयाण पर अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि! उनके अमर गीत हमेशा-हमेशा हमारी स्मृतियों में गूंजते रहेंगे… कारवां गुज़र गया…”

अलविदा गोपाल दास नीरज: ‘कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे’

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