महिला बाल विकास अधिकारी के अत्याचार की शिकायत ‘PM’ से फिर भी न्याय नही मिला तो पीड़िता खटखटाएगी हाईकोर्ट का दरवाजा..

बिलासपुर. पुलिस से सहयोग नही मिलने से व्यथित होकर एक पीड़िता महिला ने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी के खिलाफ शिकायत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।‘OMG NEWS NETWORK’ को मिले शिकायत पत्र में महिला का आरोप है कि उक्त विवादित अधिकारी ने उसे जातिगत गाली देकर छेडख़नी की थी। एक साल होने को है लेकिन अभी तक अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नही कि गई है। इसकी शिकायत पीड़िता ने मुख्यमंत्री,आई जी और एसपी से कर चुकी है। इसके बाद भी न्याय नही मिला तो पीड़िता हाईकोर्ट की शरण मे जाने का दावा कर रही हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में (मोना) बदला हुआ नाम ने आरोप लगाते हुए कहा है कि वह बिलासपुर जिला अंंतर्गत मस्तूरी क्षेत्र में एक सहायता समूह की अध्यक्ष हूं। मेरे द्वारा रेडी टू इट के तहत समाग्री वितरण का कार्य किया जाता है। मेरा समूह से उक्त कार्य हेतु 5 वर्ष का अनुबंध है। लेकिन जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह के द्वारा दूसरे को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से मुझे उक्त कार्य से अलग कर दिया गया। जिस पर अतिरिक्त आयुक्त बिलासपुर संभाग द्वारा स्थगन प्राप्त किया गया। इसके बाद भी अधिकारी द्वारा उच्च न्यायालय के आदेशों का अवमानन एवं विधि विरूध कार्य कर न्यायालय के आदेश का उल्लधंन कर रहे है। जब मैंने इसका विरोध किया तो अधिकारी ने मुझे जाति सूचक गाली व अपशब्दों का प्रयोग कर मेरी इज्जत भंग करने के उद्देश्य से मेरे साथ छेडख़ानी की गई। इसके बाद मेरे द्वारा इसकी शिकायत अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण थाना, एस पी, आई जी, से लेकर सीएम तक की लेकिन 1 साल होने को जा रहा है अभी तक सुरेश सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई है।

स्थानीय स्तर की पुलिस से कोई सहयोग नही मिलने से पीड़िता काफी व्यथित है पीडिता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराकर जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जायें। साथ ही पीड़िता ने कहा कि 15 दिवस के अंदर उक्त अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई नही होती है तो मजबूरन मुझे हाईकोर्ट की शरण में जाना होगा।

ट्रांसफर पर ट्रांसफर फिर भी नही हिले..

शुरू से ही विवादों में रहे जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह अपनी ऊची पहुंच व पैसे के दम पर बचते रहे है।बिलासपुर से उनका पांच बार स्थानांतरण हो चुका है लेकिन ऊची पहुंच के कारण वह पुन: अपनी पदस्थापना जिले में करवा लेते है। लोक सभा चुनाव के पहले उनका तबादला रायपुर कर दिया गया था लेकिन जैसे ही चुनाव संपन्न हुआ वह फिर से बिलासपुर आ गये।

दो बार दिया नोटिस..डीएसपी

इस मामले में अजाक थाना के डीएसपी सुरजन सिंह का कहना है कि आरोपी जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह को अजाक थाने से गवाही के लिए दो बार नोटिस जारी किया जा चुका है। लेकिन अभी तक वह बयान देने उपस्थित नही हुए है। जिसके कारण कार्रवाई आगे नही बढ़ पा रही है। इस पूरे मामले से उच्चधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही तीसरी बार भी नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने को कहा जायेगा।

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