लाल गलियारे से… विमोचन 15 मार्च को..

रायपुर.बस्तर से लेकर नेपाल तक धुर माओवाद प्रभावित इलाकों में जाकर की गई ग्राउंड रिपोर्टिंग की किताब लाल गलियारे से छपकर आ गई है. हालांकि इस किताब को तब ही आ जाना था जब सर्वप्रिय प्रकाशन ने भेड़िए और जंगल की बेटियां तथा बदनाम गली को प्रकाशित किया था, लेकिन तब कुछ तकनीकी कारणों यह मुमकिन नहीं हो पाया था. खैर… अब शिक्षादूत प्रकाशन ने इस किताब को प्रकाशित किया है।

किताब का आवरण पृष्ठ भारतीय जननाट्य संघ इप्टा से जुड़े चित्रकार पंकज दीक्षित ने बनाया है जबकि किताब की भूमिका जनमत से जुड़े देश के प्रसिद्ध आलोचक प्रणय कृष्ण ने लिखी है।विमोचन की तिथि निर्धारित हुई है- 15 मार्च की शुक्रवार की शाम 5 बजे वृंदावन हॉल सिविल लाइन रायपुर विमोचन के अवसर पर विषय विशेषज्ञ वक्ता होंगे-प्रखर आलोचक सियाराम शर्मा, प्रणय कृष्ण, बसन्त त्रिपाठी, बस्तर मामलों के खास जानकार पीयूसीएल के उपाध्यक्ष कमल शुक्ला, सत्यप्रकाश सिंह और देश के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता गांधीवादी चिंतक हिमांशु कुमार कार्यक्रम का संचालन भुवाल ठाकुर करेंगे।

लेखक सोनी कहिन..

लाल गलियारे के लेखन वरिष्ट पत्रकार राजकुमार सोनी का कहना है कि पिछली दो किताबों को आप सबने बेहतर प्रतिसाद दिया है ठीक वैसा ही स्नेह इस किताब को भी मिलेगा इसकी उम्मीद तो कर ही सकता हूं।

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